गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान संगठनों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा, बवाल और उत्पाद का असर अब पिछले दो महीने से चली आ रही किसान आंदोलन पर साफ-साफ दिख रहा है, खासकर किसानों के आगामी योजना पर। ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद सरकार की सख्ती के मद्देनजर किसान संगठनों (Farmer's union) ने अपने तेवर कुछ नरम किए हैं और यही वजह है कि इस हिंसा के बाद किसानों ने बजट के दिन यानी 1 फरवरी को संसद मार्च की योजना रद्द कर दी है। इसका ऐलान भारतीय किसान यूनियन (आर) के नेता बलबीर एस. राजेवाल ने किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि शहीद दिवस पर, हम किसानों के आंदोलन की ओर से पूरे भारत में सार्वजनिक रैलियाँ करेंगे। हम एक दिन का उपवास भी रखेंगे। दरअसल, संसद में 1 फरवरी यानी सोमवार को बजट पेश किया जाना है।