Farmer Protest: "हिंसा में शामिल प्रदर्शनकारियों का पासपोर्ट, वीजा रद्द करवा देंगे', हरियाणा पुलिस ने जारी की चेतावनी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 29, 2024 11:04 AM2024-02-29T11:04:36+5:302024-02-29T11:12:38+5:30
हरियाणा पुलिस ने गुरुवार को किसानों द्वारा दिल्ली तक मार्च फिर से शुरू करने का आह्वान करने पर चेतावनी जारी की है कि वो केंद्र सरकार से हिंसा में शामिल लोगों के पासपोर्ट और वीजा रद्द करने की मांग करेगी।
नई दिल्ली: हरियाणा पुलिस ने गुरुवार को किसानों द्वारा दिल्ली तक मार्च फिर से शुरू करने के आह्वान पर चेतावनी जारी की है कि वो केंद्र सरकार से हिंसा में शामिल लोगों के पासपोर्ट और वीजा रद्द करने की मांग करेगी।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार पंजाब के प्रदर्शनकारी किसान 13 फरवरी से पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी और शंभू बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं। इससे पहले किसानों ने कहा था कि वे 29 फरवरी को दिल्ली मार्च पर अपना फैसला लेंगे।
हरियाणा पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उन्होंने उन किसानों की पहचान कर ली है, जो अपने आंदोलन के दौरान हिंसा में शामिल थे और वह संबंधित दूतावासों और सरकार से उनके वीजा और पासपोर्ट रद्द करने के लिए कहेंगे।
पुलिल की ओर से जारी किये गये बयान में कहा गया है, "हमने किसानों के विरोध के नाम पर पंजाब से हरियाणा आने वाली हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की है। हमने सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन कैमरों से उनकी पहचान की है। हम मंत्रालय और दूतावास से उनके वीजा और पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध करेंगे। डीएसपी अंबाला जोगिंदर शर्मा ने कहा, हम उनके पासपोर्ट रद्द करने पर काम कर रहे हैं।"
किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
इस बीच पंजाब पुलिस ने 21 फरवरी को बठिंडा के किसान प्रदर्शनकारी किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले में अज्ञात शख्स के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। खनौरी में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ झड़प में 12 सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए हैं।
शुभकरण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए अमृतसर में विभिन्न गैर सरकारी संगठनों द्वारा मोमबत्ती जलाकर जुलूस निकाला गया। शुभकऱण सिंह के मामले में एफआईआर दर्ज होने से किसानों और पंजाब सरकार के बीच गतिरोध खत्म हो गया है। किसान नेता इस बात पर अड़े थे कि वो शुभकरण सिंह के पोस्टमार्टम की इजाजत देने से पहले एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
फिलहाल शुभकरण सिंह का शव पटियाला के राजिंदरा अस्पताल के शवगृह में रखा जा रहा है और आज उनका अंतिम संस्कार किए जाने की संभावना है।
इस मामले में किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि पंजाब पुलिस ने शुभकरण सिंह की हत्या के मामले में धारा 302 और 114 (अपराध होने पर उकसाने वाला मौजूद होना) के तहत केस दर्ज किया है। उन्होंने यह भी कहा कि शुभकरण सिंह के शव को उनके अंतिम संस्कार से पहले खनौरी ले जाया जाएगा।
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मृत किसान शुभकरण सिंह की बहन को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।