कोटा: राजस्थान के कोटा से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कांग्रेस पार्टी पर तुष्टिकरण और विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता बिड़ला ने कहा, "डीएमके नेताओं ने कहा कि वे सनातन धर्म को खत्म करना चाहते हैं और कांग्रेस उनके साथ गठबंधन में है। कांग्रेस ने सनातन धर्म पर उनके बयान की कभी निंदा नहीं की। अगर उन्होंने इसे गलत माना होता तो वे डीएमके से गठबंधन नहीं करते।"
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ओम बिड़ला ने कहा, "अगर कांग्रेस डीएमके जैसे पार्टियों का समर्थन करती है तो इसका मतलब है कि आपकी विचारधारा समान है। कांग्रेस तुष्टीकरण और विभाजनकारी राजनीति कर रही है।''
ओम बिड़ला ने आगे कांग्रेस पर लोगों को धर्म के आधार पर बांटकर चुनाव जीतने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "लोग जानते हैं कि कांग्रेस के पास न तो कोई नेतृत्व है और न ही नीति। इंडिया अलायंस ने राहुल गांधी को अपना पीएम उम्मीदवार घोषित नहीं किया और कांग्रेस ने भी अपना पीएम उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। कांग्रेस लोगों को धर्म के आधार पर बांटकर चुनाव लड़ने की कोशिश कर रही है। वे फर्जी खबरें फैलाकर चुनाव लड़ने की भी कोशिश कर रहे हैं।''
विपक्ष के इस दावे पर बोलते हुए कि बीजेपी के शासन में संविधान बदल दिया जाएगा, ओम बिड़ला ने कहा कि पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि भले ही बीजेपी 400 से अधिक सीटें जीत लें फिर भी संविधान में संशोधन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस पर इस संबंध में गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, "जैसे ही लोगों ने पीएम मोदी का '400 पार' का नारा लगाना शुरू किया, कांग्रेस ने कहना शुरू कर दिया कि अगर बीजेपी 400 सीटें पार कर गई तो वो संविधान बदल देंगे। कांग्रेस फर्जी खबरें और गलत जानकारी फैलाकर समाज को डराने की कोशिश कर रही है।"
लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा, ''देश और प्रदेश की जनता ने पीएम मोदी पर भरोसा किया है। 10 साल में पीएम मोदी ने बुनियादी ढांचे का विकास किया, गरीबों की जिंदगी बदल दी और देश की ताकत बढ़ाई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये पीएम मोदी का नेतृत्व है और लोगों को पीएम मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। देश में इस बार बीजेपी 400 सीटें पार करेगी और सरकार बनेगी। पीएम मोदी ने कहा है कि '400 पार' का मतलब आरक्षण या संविधान में बदलाव नहीं है।“
राजस्थान की 25 संसदीय सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। राज्य में 19 अप्रैल को मतदान के पहले चरण में, जो सात चरण के चुनावों का शुरुआती चरण भी है, 12 सीटों के लिए मतदान आयोजित किया जाएगा। राज्य की शेष 13 सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव होंगे। कोटा में दूसरे चरण में मतदान होगा। पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर में मतदान होगा।
वहीं 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां में होगा।