Lok Sabha Elections 2024: विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के केंद्र में सत्तारूढ़ होने पर संसद के पहले सत्र में ही नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को निरस्त करने वाले पी चिदंबरम के बयान को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी है। शाह ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर तुष्टीकरण की राजनीति के आधार पर आगे बढ़ना चाहती है।
नई दिल्ली में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "1960 के दशक से कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए तुष्टीकरण की राजनीति को चुनाव जीतने का हथियार बनाया। 2014 से PM नरेंद्र मोदी ने विकासात्मक एजेंडे को जनमानस में स्थापित किया और उसी के आधार पर देश में चुनाव शुरू हुए। कांग्रेस को इसका सामना करना पड़ रहा है। विकास के आधार पर चुनाव लड़ने में कांग्रेस को बहुत कठिनाई हो रही है और इसलिए वे लगातार चुनाव हार रहे हैं।"
अमित शाह ने आगे कहा, "वे एक बार फिर तुष्टीकरण की राजनीति के आधार पर आगे बढ़ना चाहते हैं, क्यों? क्योंकि उन्हें अपना अल्पसंख्यक वोट बैंक मजबूत करना है। भाजपा अपने सिद्धांतों पर अटल है। हम किसी के साथ अन्याय नहीं करेंगे, लेकिन हम तुष्टीकरण भी नहीं करेंगे। कांग्रेस को CAA से क्या आपत्ति है? CAA किसी की नागरिकता नहीं छीनेगा, वे(कांग्रेस) लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वे तुष्टीकरण की राजनीति करके चुनाव जीतना चाहते हैं... जनता कांग्रेस पार्टी को अच्छे से समझ चुकी है।"
पी चिदंबरम को आड़े हाथों लेते हुए अमित शाह ने कहा, "जहां तक तीन कानूनों (आपराधिक कानून) का सवाल है, तो चिदंबरम खुद समिति का हिस्सा थे। उन्होंने कई बार इसपर सकारात्मक सुझाव दिए और उनकी सराहना भी की। तीन कानून देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को दुनिया में सबसे आधुनिक बनाएंगे... कांग्रेस भ्रष्टाचार के मामलों का परिणाम नहीं चाहती। वह चाहती है कि न्याय लंबित रहे लेकिन भाजपा और PM नरेंद्र मोदी की नीतियां स्पष्ट हैं - हर नागरिक को कम से कम समय में न्याय पाने का संवैधानिक अधिकार है। हम ऐसा करने के लिए समर्पित हैं। कांग्रेस न तो सत्ता में आने वाली है और न ही निर्णय लेने वाली है। मैं देश के लोगों को आश्वासन देता हूं, CAA रहेगा और तीन (आपराधिक) कानून भी लागू होंगे..."
चिदंबरम ने क्या कहा था
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी का इरादा सीएए को रद्द करने का है, भले ही उसके घोषणापत्र में इसका उल्लेख नहीं किया गया हो। चिदंबरम ने दावा किया कि घोषणापत्र में सीएए का उल्लेख इसलिए नहीं किया गया था क्योंकि ‘यह बहुत लंबा हो गया था।’ उन्होंने कहा कि सीएए संशोधित नहीं किया जाएगा, बल्कि इसे रद्द कर दिया जाएगा। हमने इसे स्पष्ट कर दिया है।