नयी दिल्ली: अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन के बाद हवाई यात्रा करने वाले लोगों के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप होना अनिवार्य कर सकती है। सरकार के अधिकारियों ने कहा, ‘‘हवाई यात्रियों के लिए इस ऐप को अनिवार्य करने के संबंध में एयरलाइन्स से प्रारंभिक चर्चा हुई है।’’ उन्होंने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय ने इस संबंध में कोई फैसला नहीं किया है। यह मोबाइल ऐप लोगों को यह पता लगाने में मदद करता है कि वे कोविड-19 के जोखिम में तो नहीं हैं।
यह लोगों को कोरोना वायरस से बचने के तरीकों, इसके लक्षणों समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान करता है। ऐप लोगों को उनके स्वास्थ्य की स्थिति और यात्रा पृष्ठभूमि के अनुसार रंगों के हिसाब से स्तर बता सकता है। इससे यह पता लगाने में भी मदद मिल सकती है कि उपयोगकर्ता वायरस संक्रमित किसी रोगी के नजदीक तो नहीं है।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘अगर नागर विमानन मंत्रालय में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो उन लोगों को हवाई यात्रा की इजाजत नहीं दी जाएगी जिनके फोन में ऐप नहीं है।’’ कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त हो रहा है। सरकार ने अभी व्यावसायिक यात्री उड़ान सेवाओं को बहाल करने का फैसला नहीं किया है जो लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही निलंबित कर दी गयी थीं।
बता दें कि भले ही सरकार ने हवाई यात्रा शुरू करने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया हो लेकिन इसकी तैयारी शुरू हो गई है। रेल सेवा के बाद अब हवाई सेवा को शुरू करने की तैयारी चल रही है। इसी कड़ी में आज यानि सोमवार को एक संयुक्त टीम ने दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट का दौरा किया और तैयारियां की जानकारी ली। माना जा रहा है कि ट्रेन सेवा की तरह अगले कुछ दिनों में सीमित हवाई यात्रा की शुरुआत हो सकती है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की एक संयुक्त टीम (डीजीसीए, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी ऑफिस, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड, सीआईएसएफ) ने उड़ानों की बहाली से पहले दिल्ली एयरपोर्ट का दौरा किया और तैयारियों की विस्तृत जानकारी ली।