Bihar Lok Sabha election 2024 Phase 6 Check full list: लोकसभा चुनाव में 25 मई को छठे चरण में बिहार की 8 सीटों पर मतदान होना है। ऐसे में छठे चरण के तहत वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान, महाराजगंज में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वाल्मीकि नगर में त्रिकोणीय जंग की स्थिति बन गई है। यहां राजद ने दीपक यादव को मैदान में उतारा है तो वहीं जदयू ने मौजूदा सांसद सुनील कुमार कुशवाहा को टिकट दिया है। इन दोनों के अलावा असम के कोकराझार से दो बार के सांसद और उल्फा के पूर्व कमांडर नबा कुमार सरानिया उर्फ हीरा सरानिया भी असम से चुनाव लड़ने वाल्मिकीनगर आए हैं। ऐसे में जदयू के सुनील कुमार को त्रिकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है। उधर, सीवान में भी इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है।
यहां एक ओर जदयू ने विजयलक्ष्मी को उम्मीदवार बनाया है जो एक बाहुबली की पत्नी है, तो वहीं दूसरी ओर राजद से अवध बिहारी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। इन दोनों के बीच निर्दलीय हिना शहाब अपने पति दिवंगत शहाबुद्दीन के नाम के भरोसे चुनाव मैदान में हैं। हिना की कोशिश मुस्लिम मतदाताओं के साथ ही सवर्णों और अन्य वर्गों को अपने साथ लाना है।
गोपालगंजः डॉ. आलोक कुमार सुमन और वीआईपी के चंचल पासवान के बीच सीधा मुकाबला
उधर, गोपालगंज में जदयू के निवर्तमान सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन और वीआईपी के चंचल पासवान के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों ओर से जातियों को साधने की कोशिश ही सबसे मजबूत सियासी समीकरण है। जबकि महाराजगंज और वैशाली इस बार के चुनाव में राजपूतों और भूमिहारों के बीच आमने सामने की जंग का सियासी मैदान बन गया है।
महाराजगंज में जनार्दन सिंह सिग्रीवाल लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने भाजपा के टिकट पर उतरे हैं। वहीं कांग्रेस ने आकाश सिंह को उम्मीदवार बना दिया है। आकाश बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह की बेटे हैं। सिग्रीवाल के राजपूत और आकाश के भूमिहार होने से यहां मुकाबले में दोनों जातियों की गोलबंदी अहम हो गई है।
राजद ने बाहुबली मुन्ना शुक्ला को उम्मीदवार बनाया
यही स्थिति वैशाली में भी है, जहां राजद ने बाहुबली मुन्ना शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है जो भूमिहार हैं। वहीं लोजपा (रामविलास) के टिकट पर राजपूत जाति से आने वाली वीणा देवी फिर से सांसद बनने को किस्मत आजमा रही हैं। दोनों अपनी अपनी जातियों को गोलबंद पर उनके भरोसे मजबूत वोट बैंक बनाने की कोशिश में हैं। उधर, शिवहर में आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद जदयू की प्रत्याशी हैं।
भाजपा के संजय जायसवाल प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ रहे हैं
सन 90 के दशक में अपने बाहुबल और सियासी पकड़ के कारण सुर्खियाँ बटोरने वाले आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद भी इसी इलाके से विधायक हैं। ऐसे में इस बार लवली आनंद को जीत दिलाने की कोशिश में पिता-पुत्र लगातार प्रयासरत हैं। उनका मुकाबला राजद की रितु जायसवाल से है। जबकि लगातार चौथी बार पश्चिम चंपारण के चुनावी रण में उतरे भाजपा के संजय जायसवाल प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ रहे हैं।
मोतिहारी में भाजपा के राधा मोहन सिंह वर्ष 2009 से ही जीत हासिल कर रहे हैं
उनके मुकाबले में कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी हैं जो ब्राह्मण जाति से आते हैं। ऐसे में ब्राह्मण वोटों के मजबूत साथ से पिछले तीन चुनावों में बड़ी जीत हासिल करने वाले संजय जायसवाल इस बार जातीय चक्रव्यूह को भेदने की चुनौती भी झेल रहे हैं। वहीं, मोतिहारी में भाजपा के राधा मोहन सिंह वर्ष 2009 से ही जीत हासिल कर रहे हैं।
वह जीत का चौका लगाना चाहते हैं। उनके मुकाबले में महागठबंधन से वीआईपी के राजेश कुमार हैं। विधायक से सांसद बनने का सफर तय करने निकले राजेश को दिग्गज नेता से चुनौती लेनी पड़ रही है। ऐसे में अगर राधा मोहन को सफलता हाथ लगी तो वह सातवीं बार लोकसभा चुनाव जीतने का रिकॉड बनायेंगे।