नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और देश की राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री की गद्दी पर काबिज अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन और पार्टी के जीत के प्रति आश्वस्त होते हुए कहा कि इस बार का चुनाव मोदी फैक्टर पर नहीं, बल्कि स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जा रहा है।
आप नेता ने कहा कि वोटर उन मुद्दों पर, जो दैनिक जीवन में उन्हें प्रभावित करते हैं, मसलन महंगाई, बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार जैस विषय को गंभीरता से ले रहे हैं। मुख्यरूप से यह चुनाव बहुत स्थानीय हो गया है और इस बार हर राज्य में अलग-अलग मुद्दे पर चुनाव हो रहा है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स को दिये इंटरव्यू में सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश के इतने हालात खराब हैं कि लोग अपना घर चलाने, बच्चों की फीस चुकाने, किराने का सामान खरीदने में परेशान हैं। लोग शिकायत कर रहे हैं कि उन्होंने मोदी जी को अपने किसी भी भाषण में इस समस्याओं के समाधान या बेरोजगारी कैसे दूर करेंगे, इसके बारे में बात करते हुए नहीं सुना।"
पीएम मोदी पर तंज कसते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, "सभी देख रहे हैं कि पीएम मोदी किस बारे में बात कर रहे हैं? वो "शरद पवार एक भटकती आत्मा हैं" कह रहे हैं, वो उद्धव ठाकरे को कह रहे हैं कि वो अपने पिता के असली बेटे नहीं हैं, अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आया तो मंगलसूत्र छीन लेगा। क्या ये बातें प्रधानमंत्री के लायक हैं? लोग उनसे समाधान चाहते हैं, जो उन्हें नहीं मिल रहा है। ऐसा लगता है मानो पीएम पूरी तरह से कट गए हैं और अपनी ही दुनिया में हैं।"
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, "भाजपा में बहुत सी आंतरिक समस्याएं हैं। हाल ही में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हमें आरएसएस की जरूरत नहीं है। यह कोई छोटा बयान नहीं है। इस बार आरएसएस चुनाव नहीं लड़ रहा है, वह बाहर बैठा है, जिसका मतलब है कि दोनों के बीच कुछ गंभीर दरार आ गई है। यह उत्तराधिकार की लड़ाई का हिस्सा हो सकता है। भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे, मनोहर लाल खट्टर, देवेंद्र फड़नवीस से छुटकारा पा लिया और अब योगी आदित्यनाथ से छुटकारा पाने का समय आ गया है। क्या आपको लगता है कि वे सभी चुप रहेंगे? मोदी जी और अमित शाह की कार्यशैली से पूरी भाजपा परेशान है।"
इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, "शुरुआत में हमें कुछ समस्याएं थीं, लेकिन धीरे-धीरे वे सभी सुलझ रही हैं। यह चुनाव पार्टियों के आधार पर नहीं, देश को बचाने का चुनाव है. अगर मोदी और भाजपा वापस आ गये तो ये लोग रूस में पुतिन की तरह हो जाएंगे, जो सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डाल देंगे या उन्हें मार डालेंगे। इसी तरह बांग्लादेश में शेख हसीना ने भी सभी विरोधियों को जेल में डाल दिया, उसके बाद चुनाव की घोषणा की और जीत हासिल की। पाकिस्तान में उन्होंने इमरान खान को जेल में डाल दिया और उनकी पार्टी और चुनाव चिन्ह छीन लिया। मोदी जी भारत में भी यही करना चाहते हैं, इसलिए यह चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए है, न कि आप और कांग्रेस का चुनाव है।"
केजरीवाल ने आगे कहा, "लोगों को यह एहसास हो रहा है कि अगर हम साथ मिलकर नहीं लड़ेंगे तो कुछ नहीं बचेगा। मैं काल्पनिक दावे नहीं कर रहा हूं, मैं आपको लिखित में दे सकता हूं कि अगर मोदी वापस आए तो ममता जी जेल में होंगी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी जेल में होंगे, स्टालिन साहब जेल में होंगे, पिनाराई विजयन, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, तेजस्वी और अखिलेश भी जेल में होंगे। फिर वह चुनाव कराएंगे। हिटलर ने यही किया और उसे 90 फीसदी वोट मिले थे।"