जम्मू-कश्मीर के लेह के पत्रकारों के एक समूह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आरोप लगाया है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार-प्रसार के लिए कुछ पत्रकारों को रिश्वत देने की कोशिश की है। हालांकि बीजेपी ने इस आरोप से इनकार कर दिया है। बीजेपी का कहना है कि लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए उनकी पार्टी की ओर से किसी ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है।
एनडीटीवी के रिपोर्ट के मुताबिक रिश्वत देने का एक वीडियो भी सामने आया है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लेह के प्रेस क्लब ने पिछले दिनों (पांच मई को) बीजेपी पर रिश्वत देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर भी दर्ज करवाए थे।
एनडीटीवी ने दावा किया है कि ये वीडियो पिछले हफ्ते का है। वीडियो में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना पत्रकारों के साथ देखें जा सकते हैं। वीडियो में बीजेपी विधायक विक्रम रंधावा पत्रकारों को लिफाफे में कुछ देते हुए दिख रहे हैं।
पत्रकारों में से एक, रिनचेन एंगमो ने दावा किया है कि बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने उनके साथ चार पत्रकारों को लिफाफे सौंपे थे, जिसमें राज्य बीजेपी प्रमुख भी शामिल थे। पत्रकार रिनचेन एंगमो ने कहा, ''जब हमने पूछा कि लिफाफे में क्या है, तो उन्होंने हमसे कहा कि इसे न खोलें और यह प्यार का प्रतीक है। जब मैंने जाँच की तो मैंने कई रुपये देखें। 500 के नोट। मैंने उन्हें यह लौटा दिया। लेकिन उन्होंने इसे वापस लेने से इनकार कर दिया। इसलिए मैंने इसे टेबल पर रखा था।" सीसीटीवी वीडियो में एक महिला को टेबल पर एक लिफाफा छोड़ते हुए दिखाया गया है
बीते शुक्रवार को लेह में प्रेस क्लब के सदस्यों ने स्थानीय चुनाव अधिकारी को पत्र लिखा था, जिसमें रवींद्र रैना पर होटल सिंगेज पैलेस में पत्रकारों को रिश्वत देने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया था, जहां उन्होंने एक दिन पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया था।
बीजेपी ने आरोपों से इनकार किया है। पार्टी ने कहा है कि कानून मंत्री निर्मला सीतारमण की क्षेत्र में रैली के लिए पत्रकारों को आमंत्रित कर रहे थे। बीजेपी ने कहा है कि वो इसके लिए पत्रकारों पर मानहानि का मुकदमा करेंगे।
जम्मू-कश्मीर के बीजेपी के एक नेता का कहना है, 'हम किसी को रिश्वत देने में भरोसा नहीं करते। हम पत्रकारों का सम्मान करते हैं। बीजेपी ने कभी ऐसा काम नहीं किया है और आगे भी हम कभी नहीं करेंगे।'
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सीसीटीवी वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दोनों नेताओं ने वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
महबूबा मुफ्ती ने लिखा, 'अगर ऐसा ही कोई वीडियो कांग्रेस / TMC / BSP / SP नेता के आते तो मीडिया इस पर कार्रवाई नहीं करता क्या? क्यों देश की मीडिया इस पर खामोश है और कोई हैशटैग क्यों नहीं चल रहा है। लेकिन मुझे खुशी है कि पत्रकारों ने हिम्मत दिखाई और उन्हें मना किया। ऐसे पत्रकारों पर मुझे गर्व है।'
उमर अब्दुल्ला ने कहा, " यह कथित रिश्वतखोरी की कोशिश का सीसीटीवी फुटेज है। लेह के पत्रकारों ईमानदारी के उदाहरण हैं।
(लोकमत न्यूज हिंदी इस वीडियो की पुष्टी नहीं करता है।)