चेन्नई: चक्रवात 'माइचौंग' के तमिलनाडु में तट के करीब पहुंचने पर राजधानी चेन्नई के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई। इस कारण से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने फौरन मोर्चा संभाल लिया और चेन्नई हवाई अड्डे के नजदीक तांबरम क्षेत्र में लगभग 15 लोगों को गंभीर जलभराव से बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
खबरों के मुताबिक चक्रवात 'माइचौंग' के कारण तांबरम क्षेत्र में पीरकनकरनई और पेरुंगलाथुर इलाकों में भारी वर्षा हुई, जिस कारण आपपास के इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्या पैदा हो गई और सुरक्षा उपया के मद्देनजर पूरे इलाके की बिजली काटनी पड़ी। इस बीच लोगों के जलभराव में फंसे होने की जनकारी मिलते ही एनडीआरएफ की टीम सक्रिय हुई और उसने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।
इससे पहले रविवार को 100 से अधिक जवानों की राज्य आपदा प्रतिक्रिया टीम कांचीपुरम जिले में पहुंची और वहां पर उसने चक्रवात मिचौंग से उत्पन्न होने वाले संभावित खतरों का जायजा लिया। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात 'माइचौंग' के 5 दिसंबर तक आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में पहुंचने की आशंका है। इस कारण से केंद्र सरकार और तटीय राज्य सरकारें बेहद चौकन्नी हैं।
मालूम हो कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात के 4 दिसंबर के आसपास उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को जानकारी दी कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव उसी क्षेत्र में चक्रवाती तूफान मिचौंग में तब्दील हो गया है।
आईएमडी द्वारा बंगाल की खाड़ी में चक्रवात की चेतावनी के बाद लोगों को सचेत करने के लिए चेन्नई, कुड्डालोर और एन्नोर बंदरगाहों में स्थानीय चेतावनी सिग्नल नंबर III फहराया गया है।
बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर मंडराते चक्रवाती तूफान ने मौसम विज्ञान अधिकारियों को दक्षिणी और पूर्वी भारत के कई क्षेत्रों के लिए व्यापक वर्षा की चेतावनी जारी करने के लिए प्रेरित किया।