फेसबुक ने कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल के बाद शुरू हुई जांच में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हजारों ऐप्स सस्पेंड कर दिए हैं। यह जांच मार्च 2018 में शुरू हुई थी। फेसबुक ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। क्रैंब्रिज एनालिटिका पर आरोप लगा था कि उसने पांच करोड़ फेसबुक उपयोक्ताओं की जानकारियों का इस्तेमाल कर कई कई देशों में चुनावों को प्रभावित किया है।
फेसबुक बताया कि 400 डेवलपर की जांच के बाद ये ऐप्स सस्पेंड किए गए हैं। फेसबुक ने एक बयान में कहा, 'हमारी ऐप डेवलपर जांच समाप्त हो चुकी है। इस जांच के दायरे में लाखों ऐप्स आए जिसमें कुछ हजार सस्पेंड कर दिए गए हैं।'
कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल सामने आने के बाद फेसबुक की खूब किरकिरी हुई थी। इस कारण फेसबुक को माफी भी मांगनी पड़ी। फेसबुक को यूएस फेडरल ट्रेड कमिशन को पांच बिलियन डॉलर का फाइन भी देना पड़ा था। माना जाता है कि कंज्यूमर पॉलिसी के उल्लंघन पर ये अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है।
इससे पहले कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपना सारा कामकाज तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की थी। कंपनी ने ब्रिटेन और अमेरिका में स्वयं को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन करने की भी घोषणा की थी।
समाचार एजेंसी एएनआई से इनपुट्स लेकर