शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति का सुख-चैन छीन लेती हैं ये 7 आदतें, इनसे दूर ही रहें By गुलनीत कौर | Published: October 25, 2018 9:17 AMOpen in App1 / 7जीवन में प्रेम का होना महत्वपूर्ण है किन्तु अत्यधिक प्रेम दिखाने से व्यक्ति का सुख प्रभावित होता है। और यदि यह प्रेम एक तरफा हो तो जीवन तबाह हो जाता है।2 / 7धन जीवन व्यतीत करने के लिए महत्वपूर्ण है, किन्तु इसे अत्यधिक महत्वता देने से व्यक्ति का सुख-चैन प्रभावित होता है।3 / 7अहंकार व्यक्तित्व को तहस-नहस कर देता है। एक अहंकारी व्यक्ति कभी भी जीवन में खुश नहीं रह पाता है। अहंकार जीवन का काल है, इससे दूर ही रहना चाहिए।4 / 7प्रेम करना और प्रेम व्यक्त करना, यह अच्छी बात है किन्तु शारीरिक संबंधों को सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानना रिश्ते को खराब करता है। पति-पत्नी के बीच संभोग से अति आवश्यक प्रेम की भावना का होना जरूरी होता है।5 / 7मोह व्यक्ति को इस संसार से बाधकर रखता है, यह मोह हर रिश्ते से जुड़ा होता है। कई परिस्थितयों में यह मोह व्यक्ति को असफलता से दूर ले जाता है, इसलिए किसी से प्रेम करें, उसका सम्मान करें किन्तु अधिक मोह ना करें।6 / 7गुस्सा बुद्धि नष्ट कर देता है। यह व्यक्ति का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। अच्छी से अच्छी परिस्थिति को मिनटों में बिगाड़ने का कम करता है गुस्सा। इसलिए शास्त्रों के अनुसार हमें क्रोध से दूर रहना चाहिए।7 / 7नशा या नशीले पदार्थों का सेवन करने से हमें बचना चाहिए। यह ना तो स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है और ना ही जीवन में कोई सुख दिलाता है। बल्कि नशे का आदि हो चुका व्यक्ति अपनी धन, संपत्ति, रिश्ते-नाते सब कुछ गवा देता है। और पढ़ें Subscribe to Notifications