बीते महीनें अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद भारतीय रेलवे ने पटरियों और वार्ड के क्षेत्रों में लोगों को रोकने के लिए 3,000 किलोमीटर की दीवार का निर्माण करने का फैसला किया है। केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने अमृतसर में हुए दुर्घटना के बाद यह फैसला लिया है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ने इस परियोजना के लिए लगभग 2,500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया है। बताया जा रहा है कि आवासीय क्षेत्रों अंतर्गत आने वाले रेलवे ट्रैक्स में 2.7 मीटर की ऊंचाई वाली दीवारें बनाई जाएगी।
रेलवे बोर्ड सदस्य (इंजीनियरिंग) विश्वेष चौबे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ये परियोजना कमजोर इलाकों में पटरियों में आम लोगों के घुसपैठ के साथ-साथ मवेशियों को भटकने से रोकेगा। उन्होंने कहा 'इस तरह की ऊंचाई वाले ट्रैक पर कूड़ा भी नहीं फेंकना भी आसान नहीं होगा।'
खबरों कि मानें तो रेलवे सुरक्षा आयोग ने निर्धारित किया है कि 160 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली ट्रेनों के लिए सुरक्षा मंजूरी प्राप्त करने के लिए इस तरह के दीवार की जरूरत है।
बता दें कि अमृतसर में विजय दशमी(19 अक्टूबर) के दिन रावण दहन के वक्त हुए रेल हादसे में 62 लोग मारे गए थे। अमृतसर का हादसा रेलवे के इतिहास में भीषण हादसों में से एक है। इस मामले को लेकर पंजाब हाई कोर्ट में सीबीआई जांच के लिए याचिका भी दायर की गई थी। अमृतसर में जौड़ा फाटक के निकट ये घटना हुई थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने यह भी निर्देश दिया था कि हादसे में पीड़ित परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का ब्यौरा तैयार किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की राशि पॉंच-पॉंच लाख रुपए तय की थी।