DUSU Elections 2023 voting: महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के कारण तीन साल के अंतराल के बाद आज दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव हो रहे हैं। छात्र संगठनों के कुल 24 उम्मीदवार मैदान में हैं। अंतिम सूची के मुताबिक, अध्यक्ष पद के लिए जहां 27 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे, वहीं अब आठ उम्मीदवार ही मैदान में बचे हैं।
उपाध्यक्ष पद के लिए 24 नामांकन पत्र दाखिल किये गए थे लेकिन सिर्फ पांच उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर रजनी अब्बी ने कहा कि हमने पुलिस की मदद मांगी है और सभी संवेदनशील बिंदुओं पर बैरिकेडिंग की जाएगी। दिल्ली पुलिस कैंपस में रहेगी, लेकिन कॉलेजों में तब तक प्रवेश नहीं करेगी जब तक कि कुछ गंभीर न हो जाए।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की दिन की पाली के छात्रों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है वहीं शाम की पाली के छात्र अपराह्न तीन बजे से मतदान कर सकेंगे। दिन की पाली के छात्र अपराह्न एक बजे तक मतदान कर सकेंगे जबकि शाम की पाली के छात्रों के पास अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए शाम साढ़े सात बजे तक का समय होगा।
मतों की गिनती शनिवार को होगी। डूसू चुनाव इससे पहले 2019 में हुए थे। कोविड-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं कराए जा सके थे जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में संभावित व्यवधानों के कारण 2022 में इसका आयोजन नहीं हो सका।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एआईएसए) से संबद्ध भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिवादी (भाकपा-माले) ने सभी चार पदों के लिए उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है।
एबीवीपी ने 2019 डूसू चुनाव में चार सीटों में से तीन पर जीत दर्ज की थी। करीब एक लाख छात्र चुनाव में मतदान करेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेजों और संकायों के लिए डूसू एक मुख्य प्रतिनिधि निकाय है। हर कॉलेज का अपना छात्र संघ, चुनाव होता है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं।