मुंबई:नूपुर शर्मा विवाद में एक और शख्स की जान चली गई। खबरों में सामने आने वाली पहली घटना राजस्थान के उदयपुर की थी। वहीं दूसरी घटना, जो अब सामने आ रही है, वह महाराष्ट्र के अमरावती से है।
आरोप के मुताबिक कथित तौर पर अमरावती में 54 साल के उमेश प्रहलादराव कोल्हे की हत्या सिर्फ इस कारण कर दी गई, क्योंकि उन्होंने पैगंबर विवाद में फंसी भाजपा की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पक्ष में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी।
पेशे से केमिस्ट उमेश प्रहलाद राव उस समय हमलावरों का शिकार हुए, जब वो रात में अपनी दुकान बंद करके घर जा रहे थे। इस मामले में पुलिस की ओर से दी घई जानकारी के मुताबिक उमेश की हत्या में पुलिस ने कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
अमरावती की पुलिस अधीक्षक डॉक्टर आरती सिंह ने इस मामले में बताया कि केमिस्ट उमेश प्रहलाद राव कोल्हे की हत्या 21 जून की रात में की गई। इस हत्याकांड में शामिल होने के आरोप में हमने अब तक कुल 5 गिरफ्तारियां की हैं, वहीं मुख्य आरोपी इरफान खान अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश कर रही हैं और हमें उम्मीद है कि वो भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।
पुलिस के मुताबिक इरफान खान एक एनजीओ चलाता था और वो ही उमेश की हत्या का असली मास्टरमाइंड है। पुलिस की जांच में अब तो जो बात सामने आयी है, उसके मुाबिक केमिस्ट शॉप के मालिक उमेश ने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ व्हाट्सएप ग्रुप में एक पोस्ट शेयर की। उस ग्रुप में इरफान समेत कुछ मुस्लिम भी शामिल थे।
पुलिस का कहना है कि उमेश की पोस्ट से नाराज इरफान खान ने हत्या की साजिश रची और इसके लिये किराये पर हत्यारों को हायर किया। कथित तौर पर इरफान ने पांच आरोपियों को 10-10 हजार रुपए और हत्या के बाद फरार होने के लिए कार देने का वादा किया था।
इरफान के द्वारा डील तय किये जाने के बाद किराये के हत्यारों ने 21 जून को रात लगभग 10.30 बजे उमेश की दुकान पर पहुंचे, जब वो दुकान का शटर गिराकर बाइक से घर लौटने की तैयारी कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक उमेश अपनी बाइक पर अकेले थे और दूसरे बाइक पर उनका बेटा संकेत उनकी पत्नी वैष्णवी को लेकर जा रहा था। उमेश बाइक से जैसे ही महिला कॉलेज के गेट के करीब पहुंचे, हमलावरों ने उमेश को चारों तरफ से घेर लिया और चाकू से उन पर बेतहाशा कई वार किये। हमलावरों ने उमेश की गर्दन को चाकू से रेत दिया।
हमले के बाद हमलावर वहां से फौरन फरार हो गये, तब तक उमेश का बेटा संकेत वहां आ पहुंचा और उसने फौरन अपने पिता को अस्पताल ले गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
हत्या के बाद पुलिस ने संकेत के बयान के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। एफआईआर के आधार पर मुदसिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान और अतीब राशिद को गिरफ्तार किया है। पुलिस हमलावरों के पास के हत्या में प्रयोग हुए हथियार को जब्त कर लिया है। एसपी आरती सिंह ने कहा कि हत्या की वारदात के समय की सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है और मामले की तहकीकात जारी है।
मालूम हो कि बीते 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में पेशे से दर्जी कन्हैया लाल की मोहम्मद रियाज अंसारी और गौस मोहम्मद ने उनकी दुकान पर कपड़े की नाप देने के बहाने गला रेत कर हत्या कर दी थी। इतना ही दोनों हत्यारों ने वारदात का वीडियो बनाया और हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए उसे सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दिया था।
वीडियो में आरोपियों ने कन्हैया लाल की हत्या का कारण नूपुर शर्मा के बयान को बताया था। उनका कहना था कि उन्होंने इस्लाम का अपमान करने के लिए कन्हैया लाल की हत्या की है क्योंकि उन्होंने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी। घटना को अंजाम देने के बाद फरार हुए दोनों आरोपियों को पुलिस ने महासमुंद से गिरफ्तार कर लिया था।