Market Capitalization M Cap: सेंसेक्स की शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में पिछले सप्ताह सामूहिक रूप से 1,85,320.49 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। सबसे अधिक लाभ रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक को हुआ। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,404.45 अंक या 1.89 प्रतिशत चढ़ गया। सेंसेक्स शुक्रवार को 75,636.50 अंक के दिन में अपने कारोबार के सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया। समीक्षाधीन सप्ताह में सिर्फ आईटीसी के बाजार मूल्यांकन में गिरावट आई।
सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 61,398.65 करोड़ रुपये बढ़कर 20,02,509.35 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एचडीएफसी बैंक ने सप्ताह के दौरान 38,966.07 करोड़ रुपये जोड़े और इसका बाजार मूल्यांकन 11,53,129.36 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की बाजार हैसियत 35,135.36 करोड़ रुपये बढ़कर 6,51,348.26 करोड़ रुपये हो गई।
भारती एयरटेल का बाजार पूंजीकरण 22,921.42 करोड़ रुपये बढ़कर 7,87,838.71 करोड़ रुपये पर और हिंदुस्तान यूनिलीवर का 9,985.76 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 5,56,829.63 करोड़ रुपये हो गया। इन्फोसिस की बाजार हैसियत 8,821.99 करोड़ रुपये बढ़कर 6,08,198.38 करोड़ रुपये रही।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का मूल्यांकन 6,916.57 करोड़ रुपये बढ़कर 7,39,493.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आईसीआईसीआई बैंक ने सप्ताह के दौरान 903.31 करोड़ रुपये जोड़े, जिससे इसका मूल्यांकन 7,95,307.82 करोड़ रुपये हो गया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का मूल्यांकन 271.36 करोड़ रुपये बढ़कर 13,93,235.05 करोड़ रुपये हो गया।
इस रुख के उलट आईटीसी का बाजार मूल्यांकन 436.97 करोड़ रुपये घटकर 5,44,458.70 करोड़ रुपये रह गया। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। इसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, एसबीआई, एलआईसी, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का स्थान रहा।
वैश्विक रुख, कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी शेयर बाजार की दिशा
चुनाव और तिमाही नतीजों का सीजन अब समाप्ति की ओर है, ऐसे में इस सप्ताह स्थानीय शेयर बाजारों में कुछ मजबूती देखने को मिलेगी। हालांकि, इसके साथ ही बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक रुख और विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियां भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगी।
पिछले सप्ताह बाजार में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली थी। विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये के उतार-चढ़ाव पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी। बृहस्पतिवार को मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों का निपटान है। इससे भी बाजार में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा, ‘‘चौथी तिमाही के नतीजे अब समाप्ति की ओर हैं। इस सप्ताह टाटा स्टील सहित कई कंपनियां अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। कंपनियों के बेहतर नतीजों से बाजार की रफ्तार को कायम रखने में मदद मिल सकती है।’’
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा चार जून को होगी। चुनावी नतीजों से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के प्रवाह को बल मिल सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर जापान और अमेरिका के आगामी आर्थिक आंकड़ों के साथ-साथ वैश्विक मुद्रा बाजार में हलचल भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार की निगाह आम चुनाव, वैश्विक रुझान और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगी।’’ सप्ताह के दौरान एलआईसी, एनएमडीसी, आईआरसीटीसी और एमएमटीसी अपने मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर, हमें उम्मीद है कि बाजार में धीरे-धीरे तेजी आएगी। चुनाव और तिमाही नतीजों का सीजन समाप्त होने वाला है, ऐसे में बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।’’ मार्च तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े शुक्रवार को जारी किए जाएंगे।
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,404.45 अंक या 1.89 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 455.1 अंक या दो प्रतिशत चढ़ गया। सेंसेक्स शुक्रवार को 75,636.50 अंक के अपने दिन में कारोबार के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा। निफ्टी ने उसी दिन पहली बार 23,000 अंक का आंकड़ा पार किया। दिन में कारोबार के दौरान यह 23,026.40 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया।