नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कथित चीनी घुसपैठ पर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कोई भी देश में एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने कभी भी देश के सैनिकों के साहस और वीरता पर प्रश्न नहीं खड़ा किया है।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी को दिये इंटरव्यू में रक्षामंत्री सिंह ने कहा, ''मैं रक्षा मंत्री के रूप में देश के नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी देश की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं कर सकता है।''
राजनाथ सिंह के इस बयान के उलट विपक्षी दल चीन के भारतीय सीम में कथित घुसपैठ को लेकर लगातार मोदी सरकार पर दबाव बना रहा है। इस संबंध में राजनाथ सिंह के मौजूद खंडन से पहले भी कई मौकों पर सरकार ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया कि चीन ने भारत की जमीन छीन ली है।
भारत और चीन के बीच 2020 में सीमा पर गतिरोध देखने को मिला जब दोनों देशों के सैनिक पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी के पास भिड़ गए। इस मामले में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देश अब सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कमांडर स्तर की वार्ता कर रहे हैं, जिसका विवरण मीडिया के सामने नहीं रखा जा सकता है। उन्होंने कहा लेकिन अगर इस पर चर्चा होगी तो उससे लोगों को गर्व होगा।
राजनाथ सिंह ने कहा, "फिलहाल भारत और चीन के बीच अच्छे माहौल में कमांडर स्तर की बातचीत हो रही है और मुझे लगता है कि हमें नतीजों का इंतजार करना चाहिए लेकिन अगर मैं इस बात पर चर्चा करना शुरू कर दूं कि किस बिंदु पर क्या है, तो लोगों को गर्व महसूस होगा। लेकिन मैं खुलासा अभी नहीं करना चाहता क्योंकि दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है।''
मालूम हो कि दिसंबर 2022 में दोनों देशों के बीच तनाव फिर से बढ़ गया था, जब अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों ओर से एक और झड़प हुई थी, भारत सरकार ने चीन पर आरोप लगाया था कि वो अपनी सेना के जरिये एलएसी पर यथास्थिति को "एकतरफा" बदलने की कोशिश कर रही है।
वहीं चीन अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है, जिस दावे को भारत पहले भी कई बार खारिज कर चुका है। भारत का कहना है कि अरुणाचल देश का अभिन्न अंग है।