नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रोजाना की तरह मौसम बुलेटिन जारी किया, इसके साथ ये भी बताया कि समुद्र के आसपास स्थित क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा है, दूसरी ओर मछुआरों को भी समुद्र के निकट आज जाने से सख्त मना किया। साथ ही ये भी बताया कि बे ऑफ बंगाल (बंगाल की खाड़ी) में चक्रवाती तूफान आने की उम्मीद जताई है। आईएमडी ने इस पर गौर फरमाते हुए कहा कि आपको सजग रहने की जरूरत है क्योंकि रविवार सुबह 5:30 बजे तक, 'रेमल' बांग्लादेश के खेपुपारा से लगभग 290 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप समूह से 270 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग उत्तरी हिस्सों पर इसका मूवमेंट तेज होने की उम्मीद जताई, यहीं नहीं बताया कि अर्धरात्रि में बांग्लादेश के मोंगला के पास सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच लैंडफॉल हुआ। इसके साथ ये भी भविष्यवाणी की है कि 110 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटा से हवा चलेगी, जो कि 135 किलोमीटर प्रति घंटे तक जाएगी।
चक्रवात रेमल के पहुंचने से पहले, 26 मई की दोपहर से 27 मई की दोपहर तक पश्चिम बंगाल, विशेष रूप से इसके तटीय जिलों और पूर्वी गंगा क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई है। आईएमडी के पूर्वानुमान में कहा गया है कि 20 सेमी से अधिक, अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होगी की भी संभावना है। उत्तरी तटीय ओडिशा में 26 मई को हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी।
इसके साथ मौसम विभाग ने ये भी बताया कि मिजोरम, त्रिपुरा, दक्षिणी मणिपुर, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में भी 26 से 28 मई, 2024 के बीच भारी बारिश होने की संभावना है, जिसमें से कुछ क्षेत्रों में इसकी संभावना कई गुना अधिक है।
आईएमडी ने मछुआरों को 26 मई तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर से, 26 मई तक मध्य बंगाल की खाड़ी से और 27 मई तक बंगाल की उत्तरी खाड़ी से दूर रहने की सलाह दी है। जो पहले से ही समुद्र में हैं उनसे तुरंत तट पर लौटने का आग्रह किया गया है।