Rajkot Fire Tragedy: गुजरात के राजकोट में हुए दर्दनाक अग्निकांड में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राजकोट स्थित गेमिंग जोन में आग लगने के कारण अब तक 35 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। इस बीच, पुलिस ने एक्शन लेते हुए गेमिंग जोन के प्रबंधक नितिन जैन और सुविधा में भागीदारों में से एक युवराज सिंह सोलंकी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गेम जोन के तीन पार्टनर हैं- प्रकाश जैन, युवराज सिंह सोलंकी और राहुल राठौड़।
इस बीच, प्रभावित टीआरपी गेम जोन में बचाव अभियान जारी है और अधिकारियों को डर है कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बच्चों सहित कई लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है।
राजकोट कलेक्टर प्रभाव जोशी का कहना है, "हमें शाम करीब साढ़े चार बजे फोन आया था। गेमिंग जोन में अस्थायी ढांचा ढह गया था। करीब 2 घंटे पहले आग पर काबू पाया गया। मलबा हटाया जा रहा है। हम मुख्यमंत्री के साथ लगातार संपर्क में है।"
राजकोट बार एसोसिएशन का बड़ा फैसला
राजकोट बार एसोसिएशन ने एक बड़ा फैसला लेते हुए ऐलान किया है कि एसोसिएशन का कोई भी वकील गेम जोन अग्निकांड के दोषियों का केस नहीं लड़ेगा।
मामले की एसआईटी करेगी जांच
घटना के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने पूरी घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। उन्होंने कहा, ''यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि ऐसी घटना दोबारा न हो। इस आयोजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।''
गुजरात सरकार ने राजकोट में भीषण गेम जोन आग की घटना की जांच के लिए अतिरिक्त महानिदेशक (सीआईडी, अपराध) सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय एसआईटी का गठन किया।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, ''इस घटना में कई परिवारों ने अपने बच्चों को खो दिया है. मैं अभी राजकोट जा रहा हूं। एसआईटी आज रात से अपनी जांच शुरू करेगी। व्यवस्थापक और प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है।”