New Born Baby Care Hospital Fire: दिल्ली के विवेक विहार अस्पताल में बीती रात आग लगने से 7 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। इस अग्निकांड पर अस्पताल के आस-पास रहने वाले लोगों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पड़ोसियों का कहना है कि उन्होंने अस्पताल में चल रहे अवैध धंधे के बारे में अधिकारियों को सूचित किया था। लेकिन, कोई एक्शन नहीं लिया गया। हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार, ब्रिजेश कुमार (68) ने बताया कि इमारत की पहली मंजिल पर सिलेंडरों की अवैध रीफिलिंग हो रही थी।
हमने इस मुद्दे को कई बार उठाया। अस्पताल में तीन साल से यह कार्य चला रहा था। यहां हर रात, हम ट्रकों और वैन को ऑक्सीजन सिलेंडर लोड करते और उतारते हुए देखते थे। हम सोचते थे कि अस्पताल छोटा है तो, मालिकों को इतने सारे ऑक्सीजन सिलेंडरों की आवश्यकता क्यों है। हमें लगता है कि वे ऑक्सीजन सिलेंडर के व्यापार में शामिल थे।
ऐसे हुआ ब्लास्ट
पड़ोसी के अनुसार, रिफिलिंग के दौरान एक ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट हुआ। आस पास में 20-30 सिलेंडर थे, इसलिए सभी में आग लग गई। हमें खुद को बचाने के लिए अपने घरों से भागना पड़ा। एक व्यापारी और निवासी विजय जैन (65) ने कहा कि उनकी बहू और बेटे को भागने की कोशिश में चोटें आईं।
उन्होंने कहा कि हमने अस्पताल में कभी कोई डॉक्टर नहीं देखा। वहां केवल नर्सें रहती थी। वहां 20-30 सिलेंडर रिफिल करते थे। हमने पुलिस और स्थानीय अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई। लेकिन कुछ नहीं हुआ।
विवेक विहार के पार्षद पंकज लूथरा ने बताया कि अस्पताल में आग सिलेंडर विस्फोट के कारण लगी। सौरभ भारद्वाज ने गलत बयान दिया है कि आग शॉर्ट-सर्किट के कारण लगी, उन्हें खुद को बचाने के लिए ऐसे बयान नहीं देने चाहिए थे।