गलवान घाटी में भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच झड़प पर पीएम मोदी ने 19 जून को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। उस बैठक में दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान पर हंगामा मचा हुआ है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने के विपक्ष के प्रयास को ''शरारतपूर्ण व्याख्या'' करार दिया है. शनिवार दोपहर पीएमओ द्वारा जारी तीखे बयान में कहा गया कि अब पहले की तरह चुनौतियों की अनदेखी नहीं होती बल्कि किसी भी किस्म की हिंसा होने पर हमारी सेना उन्हें रोकती है, टोकती है. ''सर्वदलीय बैठक में विस्तार से सबको बताया गया था कि जिन हालातों में 60 साल में हमने चीन के हाथों 43,000 वर्ग किमी. जमीन गंवाई उनसे पूरा देश अवगत है.'' परोक्ष रुप से मोदी सरकार ने यह भी जता दिया कि उसके कार्यकाल में देश ने एक इंच भी जमीन नहीं गंवाई है. इस बात को लेकर कौतुहल है कि सरकार ने 67 वर्ष की बजाय केवल 60 वर्ष का ही जिक्र क्यों किया. जाहिर तौर पर उन्होंने अपने पहले के कुछ प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल के उल्लेख को भी सफाई से टाल दिया.