"लोगों के लिए नरेंद्र मोदी 'सेल्फ मेड' हैं और राहुल गांधी 'वंशवादी' हैं", चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 31, 2024 07:44 AM2024-01-31T07:44:56+5:302024-01-31T07:52:42+5:30
प्रशांत किशोर ने बिहार में तेजी से बदली सियासी हवा पर बात करते हुए साफ शब्दों में कहा कि जाति-आधारित राजनीति का आम लोगों के साथ बहुत कम या कोई खास जुड़ाव नहीं है।
पटना: देश के कई चुनावों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार में तेजी से बदली सियासी हवा पर बात करते हुए साफ शब्दों में कहा कि जाति-आधारित राजनीति का आम लोगों के साथ बहुत कम या कोई खास जुड़ाव नहीं है।
उन्होंने कहा कि सियायी जमीन पर पहले देखा जाता था कि जाति राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी लेकिन अब केवल जाति की राजनीति एकमात्र कारक नहीं है।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे को दिये इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने बिहार में हुए जाति सर्वे और कांग्रेस की राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना की मांग के बारे में बात करते हुए कहा, "सियासत की जमीन पर अब जाति-आधारित राजनीति की कोई विशेष प्रभाव नहीं है। जाति पहले कभी भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण कारक हुआ करती थी, लेकिन अब वह एकमात्र निर्धारक कारक नहीं है।"
इस संबंध में अपनी समझ को व्यक्त करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, "राजनीति में आप जीवन में केवल एक बार में एक ही भूमिका निभा सकते हैं लेकिन आप इसे दोहरा नहीं सकते हैं। मंडल आयोग के बाद जाति-आधारित राजनीति की अपील अह लोगों के बीच फीकी पड़ गई है।"
उन्होंने आगे कहा, "नीतीश कुमार ने महागठंबधन की सरकार में बहुत जोर-शोर से बिहार में जाति सर्वेक्षण कराया और जाति आधारित राजनीति करने का प्रयास किया लेकिन जब नीतीश ने महसूस किया कि इसका कोई चुनावी फायदा नहीं हुआ तो वह भाजपा में तेजी से वापस लौट आए।"
इसके साथ प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में, जहां जाति की राजनीति सबसे ज्यादा चर्चा होती है। वहां पर लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोग नरेंद्र मोदी को उनकी जाति के आधार पर वोट नहीं दे रहे हैं, बल्कि इस आधार पर वोट दे रहे हैं कि वे उनके नेतृत्व और व्यक्तित्व को अन्य से अलग देख रहे हैं।
उन्होंने कहा, "आज की तारीख में जनता केवल भाजपा को नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी को वोट दे रहे हैं। कितने लोग केवल जाति के आधार पर मोदी को वोट देते हैं? कई लोगों के लिए, मोदी एक 'सेल्फ मेड' आदमी हैं और राहुल गांधी एक 'वंशवादी' हैं। मोदी को ईमानदार माना जाता है, जबकि कांग्रेस को भ्रष्ट माना जाता है। लोग मोदी को मेहनती, निर्णायक और भारत को गौरव दिलाने वाला मानते हैं।''