"अरविंद केजरीवाल ने हेमंत सोरेन को दिल्ली से बनारस 'भागने' में मदद की, और वहां से...", भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का दावा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 31, 2024 08:48 AM2024-01-31T08:48:32+5:302024-01-31T08:58:35+5:30
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सनसनीखेज दावा किया है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दिल्ली से रांची भगाने में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मदद की।
नई दिल्ली: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भूमि घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर चल रहे हैं। मुख्यमंत्री सोरेन बुधवार को रांची में ईडी के सवालों का एक बार फिर जबाव देंगे।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने एक ऐसा सनसनीखेज दावा किया है, जिसकी जद में न केवल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं बल्कि उनके आरोपों की आंच में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी घिर गये हैं।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने बीते मंगलवार को आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन को दिल्ली से रांची 'भागने' में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ''मदद'' की।
दरअसल भाजपा सांसद दुबे ने यह आरोप इस कारण लगाया है क्योंकि गुजरे सोमवार को ईडी अधिकारी भूमि घोटाले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे थे, लेकिन लगभग 30 घंटे तक रस्साकशी के बावजूद ईडी अधिकारियों को हेमंत सोरेन का कोई पता नहीं लगा था।
इसी को लेकर गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किये एक पोस्ट में लिखा, "जानकारी के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को दिल्ली से रांची भगाने में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सहयोग किया ,यह सहयोग वाराणसी तक था, वाराणसी से रांची मंत्री मिथलेश ठाकुर जी ले गए । चोर चोर मौसेरे भाई''
जानकारी के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को दिल्ली से रॉंची भगाने में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सहयोग किया ,यह सहयोग वाराणसी तक था,वाराणसी से रॉंची मंत्री मिथलेश ठाकुर जी ले गए । चोर चोर मौसेरे भाई
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) January 30, 2024
हेमंत सोरेन ने मंगलवार को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने की अटकलों के बीच रांची में गठबंधन के सभी विधायकों और मंत्रियों के साथ एक बंद कमरे में बैठक की। इस बीच जोरदार चर्चा हो रही थी कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं और कयास लग रहे थे कि अगर ईडी हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करती है तो वह उनकी जगह सरकार की बागडोर संभाल सकते हैं।
हालांकि सांसद निशिकांत दुबे ने दावा करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन की गठबंधन के विधायकों और मंत्रियों के साथ हुई बैठक में कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री नियुक्त करने पर सहमति नहीं बन पाई।
उन्होंने एक्स पर किये एक पोस्ट में लिखा, ''झारखंड में विधायक दल की बैठक में कल्पना सोरेन के नाम पर सहमति नहीं बन पाई। सीता सोरेन और बसंत सोरेन विरोध में उतर आए। बैठक में सिर्फ 35 विधायक पहुंचे। विधायकों ने सादे कागज पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री हेमंत जी का कल राज्यपाल से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है। हो सकता है कि कल (ईडी) पूछताछ में शामिल हों?"
झारखंड में कल्पना सोरेन जी के नाम पर सहमति विधायक दल की बैठक में नहीं बन पाई । सीता सोरेन जी व बसंत सोरेन जी विरोध में उतरे । कुल 35 विधायक ही बैठक में पहुँचे । सादे काग़ज़ पर विधायकों ने हस्ताक्षर किया । कल मुख्यमंत्री हेमंत जी का राज्यपाल से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है ।…
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) January 30, 2024
मालूम हो कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को रांची में सामने आए। वहीं दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 30 घंटे से अधिक समय तक लापता रहे। जांच एजेंसी ने हेमंत सोरेन को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसके सामने पेश होने के लिए कहा है।
बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी ने सोमवार को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर तलाशी ली, उसमें एजेंसी ने दो लग्जरी कारें और 36 लाख रुपये नकद जब्त किया। उसके बाद हेमंत सोरेन रांची में अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचे।