"भारत से, पीएम मोदी से माफी मांगें राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू", मालदीव के विपक्षी नेता गसुइम इब्राहिम ने रखी मांग
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 31, 2024 10:12 AM2024-01-31T10:12:53+5:302024-01-31T10:17:11+5:30
मालदीव में विपक्षी दल जम्हूरी पार्टी के नेता गसुइम इब्राहिम ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मांग की है कि वो भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगें।
माले: मालदीव में विपक्षी दल जम्हूरी पार्टी के वरिष्ठ नेता गसुइम इब्राहिम ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मांग की है कि वो औपचारिक रूप से भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगकर द्विपक्षीय संबंधों को सुधारें और इसके लिए "राजनयिक सुलह" का रास्ता अपनाएं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार विपक्षी नेता गसुइम की यह मांग चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू की उस टिप्पणी के संबंध में की गई है, जिसमें उन्हें इस महीने की शुरुआत में भारत का नाम लिए बिना उसे धमकाने वाला देश बताया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों द्वारा अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद भारत के साथ पैदा हुए राजनयिक विवाद के बीच राष्ट्रपति मुइज्जू ने 13 जनवरी को चीन की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा के बाद स्वदेश लौटने पर कहा, “हम छोटे हो सकते हैं लेकिन इससे उन्हें हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता।''
विपक्षी नेता गसुइम इब्राहिम की ओर से यह मांग उस समय आी है, जब मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने, जिसके पास मालदीव की संसद में बहुमत है। उसने बीते सोमवार को कहा कि वह राष्ट्रपति मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए संसद में प्रस्ताव ला सकता है।
मालूम हो कि 45 साल मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने पिछले साल सितंबर में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारत समर्थक उम्मीदवार इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराया था।
वॉयस ऑफ मालदीव पोर्टल के अनुसार, गसुइम ने जम्हूरी पार्टी (जेपी) की एक बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति मुइज्जू की ओर से की गई हालिया विवादास्पद टिप्पणियों के लिए भारत और प्रधानमंत्री मोदी से औपचारिक रूप से माफी मांगने का आह्वान किया।
गसुइम ने अपनी टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से भारत और नरेंद्र मोदी के खिलाफ कहे गये शब्दों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
गासुइम ने राष्ट्रपति द्वारा की गई अनुचित टिप्पणियों के लिए पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने मालदीव और भारत के बीच तनाव पैदा करने वाले "इंडिया आउट" अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह, जो उस समय राष्ट्रपति थे। उन्होंने अब्दुल्ला यामीन के उस अभियान का विरोध करने में देरी कर दी।