गुरू तेग बहादुर सिखों के नौवें गुरु थे। उनका जन्म 1 अप्रैल, 1621 में हुआ था। उन्होंने गुरु नानक के बताए गए मार्ग का अनुसरण किया, जोकि सिखों के प्रथम गुरु थे। 1675 में मुगल शासक औरंगजेब ने गुरू तेग बहादुर को इस्लाम कबूल करने का फरमान सुनाया था। ऐसा करने से उन्होंने मना कर दिया था, जिसके बाद औरंगजेब ने उनका सिर कलम करवा दिया था।