Uttar Pradesh LS polls 2024: समाजवादी पार्टी (सपा) में रामपुर और मुरादाबाद सीट को लेकर हो रही हलचल बुधवार को थम गईं. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जेल में बंद सजायाफ्ता पार्टी के सीनियर नेता आजम खान की सलाह पर मुरादाबाद से नामांकन दाखिल कर चुके पार्टी प्रत्याशी एसटी हसन का टिकट काट दिया. उनके स्थान पर अब रुचि वीरा को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया गया है. पूर्व विधायक रुचि वीरा को आजम खान के खेमे का नेता माना जाता है. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने रामपुर से इमाम मोहिबुल्लाह नदवी को चुनाव मैदान में उतारा हैं. इस सीट पर भी आजम खान के करीबी माने जाने वाले आसिम रजा ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. सपा नेताओं का कहना है कि आसिम जल्द ही अपना नाम वापस ले लेंगे.
गौरतलब है, बीते एक सप्ताह से सपा में रामपुर और मुरादाबाद सीट को लेकर उठापटक चल रही थी. इन दोनों ही सीटों पर जेल में बंद पार्टी के बड़े नेता आजम खान अपनी पसंद का प्रत्याशी खड़ा करना चाहते थे. उनकी मंशा को जानने के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव सीतापुर जेल में उनसे मिलने के लिए गए.
इस मुलाक़ात के दौरान आजम खान ने अखिलेश यादव से कहा कि वह रामपुर सीट से खुद चुनाव लड़े या परिवार के किसी व्यक्ति को वहां से चुनाव लडाएं. जबकि मुरादाबाद सीट से एसटी हसन की जगह रुचि वीरा को चुनाव लड़ाएँ. आजम खान की इस सलाह पर अखिलेश यादव ने रामपुर सीट से तेज प्रताप यादव को चुनाव लड़ाने का मन बनाया.
और रुचि वीरा को मुरादाबाद से नामांकन दाखिल करने को कहा. इस बीच लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को रामपुर सीट से चुनाव लड़ाए जाने को लेकर आजम खान के समर्थकों ने एतराज जताया और कहा अगर वह चुनाव लड़ेंगे तो सपा कार्यकर्ता चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
इसी के बाद अखिलेश यादव ने बुधवार की सुबह रामपुर सीट से इमाम मोहिबुल्लाह नदवी को उम्मीदवार बनाने जाने का ऐलान कर दिया गया. रामपुर के ही रहने वाले मोहिबुल्लाह नदवी दिल्ली में संसद वाली मस्जिद में नमाज पढ़ाते हैं. रामपुर की स्वार तहसील में इमाम मोहिबुल्लाह का गांव है.
सपा मुखिया के इस ऐलान के बाद आजम खान के समर्थक आसिम रजा ने रामपुर सीट से सपा नेता के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया. आसिम रामपुर सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा से चुनाव हारे थे. वही दूसरी तरफ बुधवार को रुचि वीरा ने मुरादाबाद सीट से नामांकन दाखिल कर दिया.
उनके नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी नेताओं ने जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह एसटी हसन का नामांकन रद्द कार दिया क्योंकि उनके नामांकन के साथ में सपा का सिंबल नहीं था. नामांकन रद्द होने पर एसटी हसन ने पार्टी ए हमे पर्चा दाखिल करने को कहा था, उसी के अनुसार उन्होने पर्चा दाखिल किया था.
अब पार्टी का जो फैसला हुआ है, वह उन्हें स्वीकार है. माना जा रहा है आजम खान के कड़े विरोध के कारण ही एसटी हसन का टिकट कटा है. अखिलेश यादव इस वक्त आजम खान को नाराज कर पार्टी के मुस्लिम वोट बैंक को नाराज नहीं करना चाहते थे, इसलिए उन्होने एसटी हसन के टिकट की कुर्बानी दी है.