नई दिल्ली: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार मेले के तहत सरकारी विभागों और संगठनों में शामिल नए भर्ती हुए युवाओं को 70,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस पर जमकर बरसे। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बैंकिंग प्रणाली को बर्बाद करने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने कहा, "पिछली सरकार में एक खास परिवार के करीबी कुछ ताकतवर नेता बैंकों को फोन करके अपने चहेतों को हजारों करोड़ का लोन दिलवाया करते थे, जो कभी चुकाया नहीं जाता था। फोन बैंकिंग घोटाला पिछली सरकार के सबसे बड़े घोटालों में से एक था। फोन बैंकिंग घोटाला ने बैंकिंग क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दी। साल 2014 में हमने बैंकिंग क्षेत्र को पुनर्जीवित करना शुरू किया। हमने देश के सरकारी बैंकों के प्रबंधन को मजबूत किया। छोटे-छोटे बैंकों को मिलाकर एक बड़े बैंक की स्थापना की गई। सरकार ने दिवालिया संहिता लागू किया, जिससे कि अगर कोई भी बैंक भविष्य में बंद होता है तो उन्हें कम नुकसान का सामना करना पड़े।"
पीएम ने कहा कि आज भारत का बैंकिंग सेक्टर दुनिया में सबसे मजबूत माना जाता है लेकिन यह स्थिति नौ साल पहले तक नहीं थी। पीएम मोदी ने कहा, " आज देश में करीब 50 करोड़ जन-धन बैंक खाते खुले हैं, इसके पीछे हमारे बैंक कर्मियों का परिश्रम है, उनका सेवाभाव है। ये बैंक कर्मियों की ही मेहनत है कि कोरोना काल के दौरान सरकार करोड़ों महिलाओं के बैंक खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर कर पाई। आज भारतीय टैलेंट की इज्जत हर देश, हर सेक्टर में लगातार बढ़ रही है। एम कौशल विकास योजना के अंतर्गत लगभग 1.5 करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।"
दूसरी तरफ नए भर्ती हुए युवाओं को 70,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित करने के कार्यक्रम पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में 3 वर्षों में ही क़रीब 20,000 एमएसएमई उद्योग ठप्प हुए। अकेले सरकारी महकमों में ही 30 लाख पद ख़ाली हैं। पर इवेंट जीवी मोदी सरकार के मुखिया, मोदी जी किश्तों में भर्ती पत्र बाँटकर ऐसे जता रहें हैं कि मानो उन्होंने 2 करोड़ नौकरियाँ, प्रति वर्ष देने का भाजपाई वादा पूरा कर दिया हो।