दिल्ली: इंडिगो की एक फ्लाइट का इमरजेंसी डोर खोलने के मामले में पहली बार उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल, बीजेपी नेता और लोकसभा सदस्य तेजस्वी सूर्या पर आरोप है कि उन्होंने इंडिगो फ्लाइट में बोर्डिंग प्रक्रिया के दौरान आपातकालीन दरवाजा खोल दिया था, जिसके कारण यात्रियों में कुछ समय के लिए दहशत फैल गई थी।
हालांकि, इससे किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना घाटित नहीं हुई लेकिन विपक्ष ने इस मामले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बीच अब उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मामले में बयान जारी किया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सबूतों को देखना जरूरी है।
फ्लाइट में उन्होंने गलती से दरवाजा खोल दिया था और बाद में इसके लिए तेजस्वी सूर्या ने माफी भी मांगी है। सिंधिया ने कहा कि तेजस्वी सूर्या ने खुद घटना की जानकारी दी है। ऐसे में सूचना मिलने के बाद पूरी जांच के बाद ही फ्लाइट ने उड़ान भरी है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मामला पिछले साल 10 दिसंबर 2022 का है। जब इंडिगो की 6E-7339 फ्लाइट चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जा रही थी। इस दौरान फ्लाइट में जब तमाम यात्री चढ़ रहे थे तभी दो यात्रियों यानी तेजस्वी सूर्या और अन्नामलाई ने एयरहोस्टेस को बताया कि उनसे गलती से आपातकालीन दरवाजा खुल गया है। इसके बाद फ्लाइट में फौरन जरूरी सुरक्षा जांच की गई और पूरी जांच के बाद ही फ्लाइट ने उड़ान भरी थी।
इस संबंध में इंडिगो ने बयान जारी किया था और बताया था कि यात्री द्वारा इमरजेंसी दरवाजा खोले जाने के कारण उड़ान भरने में कुछ समय की देरी हुई थी। हालांकि, इंडिगो ने यात्री का नाम नहीं बताया था।
डीजीसीए ने मामले का लिया संज्ञान
इस मामले में डीजीसीए (नागर विमानन मंत्रालय) ने बयान जारी कर मामले का संज्ञान लिया था। घटना की जानकारी देते हुए डीजीसीए की ओर से कहा गया कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया है। इमरजेंसी गेट खोले जाने की सूचना मिलते ही अधिकारियों ने इसके लिए उचित कदम उठाए और दरवाजे को फिर से बंद करके ही उड़ान भरी गई थी। ऐसे में tejasप्लेन के उड़ान भरने से पहले सभी जरूरी सुरक्षा के इतंजाम कर लिए गए थे।