Delhi Chalo Farmers Protest: किसानों ने 21 फरवरी को दिल्ली चलो का एलान किया। किसानों के इस एलान के बाद से दिल्ली से सटे बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम कर दिए गए हैं। दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के द्वारा एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है। इधर, शंभु बॉर्डर पर डटे किसानों को जेसीबी, पोकलेन जैसी मशीन की सुविधा दे रहे मालिकों के लिए हरियाणा पुलिस के द्वारा चेतावनी दी गई है।
हरियाणा पुलिस के एक्स एकाउंट से कहा गया है कि धरना स्थलों पर आपके द्वारा अगर प्रदर्शनकारियों को जेसीबी पोकलेन जैसी मशीन मुहैया कराई गई है तो उसे तुरंत हटा लें। क्योंकि, यह सुरक्षा में लगे सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। साथ ही यह एक एक गैर-जमानती अपराध श्रेणी में आता है।
मालूम हो कि किसानों के प्रदर्शन को खदड़ने के लिए पुलिस के द्वारा प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़े गए थे। वहीं, अपने दूसरे पोस्ट में हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि ट्रैक्टर ट्राली का प्रयोग ना करें। कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
मालूम हो कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ डेरा डाले प्रदर्शनकारी किसानों को फटकार लगाई और कहा कि ट्रैक्टर ट्रॉलियों का उपयोग राजमार्गों पर नहीं किया जा सकता है। मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, राजमार्ग पर ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग नहीं कर सकते। केंद्र सरकार का अनुमान है कि शंभू बॉर्डर पर 1200 ट्रैक्टर और 300 कारों के साथ लगभग 14000 किसान हैं।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है। हमने 7 नवंबर से दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनाया है। अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है। ये ठीक नहीं है कि हमें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं।
हम शांति से दिल्ली जाना चाहते हैं, सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दे। नहीं तो हमारी मांगें मान लें.। हम शांत हैं। अगर वे एक हाथ बढ़ाएंगे तो हम भी सहयोग करेंगे। हमें धैर्य के साथ स्थिति को संभालना होगा। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे नियंत्रण न खोएं।