वॉशिंगटन डीसी: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के खतरे पर बोला है और लोगों को इससे अगाह किया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बोलते हुए बाइडन ने कहा है कि अभी यह देखना बाकी है यह टेक्नोलॉजी आम लोग और समाज पर कैसा असर डालती है। बाइडन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को इस्तेमाल कर रही कंपनियों से भी यह कहा है कि वे ग्राहकों तक एआई प्रोडक्ट्स को पहुंचाने से पहले उसकी सेफ्टी की पूरी जांच कर लें।
सोशल मीडिया का उदाहरण देकर एआई के नुकसान से अगाह करवाया
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बयान एक मीटिंग में दिया है जहां उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर अपना विचार रखा है। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया द्वारा हमारे जीवन पर पड़ रहे गलत प्रभाव का भी जिक्र किया है और कहा कि अगर नई टेक्नोलॉजी के लिए भी अगर कोई सेफ्टी गार्ड नहीं लिया गया तो यह भी नुकसान पहुंचा सकती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर बाइडन ने क्या कहा
साइंस और टेक्नोलॉजी के सलाहकारों की प्रेसिडेंट काउंसिल मीटिंग में बोलते हुए राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अपने फायदे नुकसान है। उनके अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बीमारी और क्लाइमेट चेंज जैसी चुनौतियों से निपटने में मददगार साबित तो हो सकती है लेकिन इसके नुकसान को भी भांपा जा सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए सोसाइटी, इकोनॉमी और नेशनल सिक्योरिटी पर जो संभावित खतरों का अंदेशा है, इसे बनाने वाले को उस पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
ऐसे में मीटिंग में बाइडन ने उन कंपनियों को भी सतर्कता बरतने की सलाह दी जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर अपने प्रोडक्ट्स को बनाते है और ग्राहकों तक ले जाते है। बाइडन ने कहा है कि जिस तरीके से सोशल मीडिया हमारे मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डाल रहे है, अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर कोई सुरक्षा न ली गई तो यह भी सोशल मीडिया के समान हमें नुकसान पहुंचा सकती है।