Bihar Polls 2024 Women Voter: बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए अबतक हुए पांच चरणों के मतदान के बाद सभी दलों के द्वारा गुणाभाग लगाकार जीत हार का दावा किया जा रहा है। लेकिन, इस बार मतदान के प्रतिशत से कई तरह के अनुमान लगाए जाने लगे हैं। हालांकि इसबार के चुनाव में अबतक के जो आकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक पहले चार चरणों में महिलाओं और पुरुषों के मतदान के बीच का अंतर 6 प्रतिशत अंक से लेकर 10 प्रतिशत अंक तक रहा है। ऐसे में जानकारों की मानें तो पिछले कुछ चुनावों में महिलाओं के बीच अधिक मतदान का एक कारण महिलाओं के बीच एनडीए की योजनाओं सीधा लाभ मिलना बताया जा रहा है। महिला मतदाताओं का मानना है कि "जिसका खाएंगे उसी का साथ देंगे ना।"
महिला मतदाताओं ने खुलकर कहा कि जिनके पास कमाने वाला कोई नहीं है, उसको मोदी सरकार में अनाज दे रहा है। ऐसे में यह बात सामने आने लगी है कि महिला मतदाताओं ने खुलकर पीएम मोदी के नाम पर मतदान किया है। हालांकि, कुछ महिला मतदाताओं का यह भी कहना है की मोदी सरकार को उज्ज्वला योजना पर फिर से विचार करने की आवश्यकता है।
क्योंकि यहां गरीब लोग गैस का दाम अधिक होने से इसका खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं। इन सबके बीच यह भी बात सामने आई है कि लोगों में अपने सांसद से नाराजगी है। लेकिन, जैसे ही उनके सामने पीएम मोदी का नाम आता है वो फिर अपनी सारी नाराजगी भूल जाते हैं और मोदी की तारीफ करना शुरू देते हैं।
हार कई लोकसभा क्षेत्रों में दर्जनों मतदाताओं ने कहा कि देश को चलाने के लिए मोदी अभी भी सबसे अच्छे विकल्प हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के लिए कोई युवा की अब ठीक रहेगा। वहीं, अबतक के पांच चरणों के मतदान के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनावी जनसभा में उतनी भीड़ नहीं दिखी जो अमूमन इससे पहले की चुनाव में नजर आते थे।
इसकी वजह उनका पाला बदलना है और दूसरा बार-बार मुख्यमंत्री का जुबान फिसलना है। हालांकि लोगों का मानना है कि नीतीश कुमार ने काम किया है। उधर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अकेले खुद के दम पर इंडिया गठबंधन की नैया का खेवनहार बने हुए हैं।
जबकि इंडिया गठबंधन का कोई भी नेता उनके साथ नजर नहीं आया। तेजस्वी अपनी सभाओं में सरकारी नौकरियों, रोजगार जैसे मुद्दों पर केन्द्रित नजर आ रहे हैं। मतदाताओं का यह कहना है कि केंद्र में मोदी और विधानसभा चुनाव में युवा को देख सकते हैं।