ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अपरा एकादशी और अचला एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस बार अपरा एकादशी का व्रत 18 मई को है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, अपरा एकादशी अपार पुण्य फल प्रदान करने वाली पावन तिथि है। इस तिथि के दिन व्रत करने से व्यक्ति को उन सभी पापों से भी मुक्ति मिल जाती है, जिसके लिए उसे प्रेत योनि में जाना पड़ सकता है। हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है. ऐसी मान्यता है जो भी व्यक्ति एकादशी का व्रत करता है उसे सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही भगवन विष्णु की असीम कृपा प्राप्त होती है.