सावन हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीनों में गिना जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार सावन का माह आषाढ़ के बाद आता है। सावन के महीने को ही श्रावण मास भी कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि ये माह भगवान शिव को बहुत प्रिय है। इसलिए इस महीने में उनकी पूजा का विशेष महत्व है। Read More
भगवान शिव को पूजन में बेल पत्र, धतुरा, गाय का शुद्ध कच्चा दूध, घी, चंदन आदि बहुत प्रिय है लेकिन उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाया जाता। यह बात दिलचस्प इसलिए है कि हल्दी को हिंदू धर्म में शुद्ध और पवित्र माना गया है। ...
कांवड़ यात्रा से जुड़े कई ऐसे कठिन नियम हैं जो श्रद्धालुओं को ध्यान में रखना होता है। अगर वे ऐसा करने में सफल नहीं होते तो उनकी यात्रा अधूरी मानी जाती है। ...
ऐसे तो 17 जुलाई से सावन की शुरुआत के साथ ही कांवड़ में गंगा जल भरने और भगवान शिव पर उसे अर्पित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है लेकिन सोमवार और शिवरात्रि के दिन इसका महत्व बहुत बढ़ जाता है। ...
सोमवार व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा में बेल के पत्ते और धतुरा का इस्तेमाल जरूर करें। मान्यता है कि शिव को ये बहुत पसंद है। इसके अलावा उन्हें गंगा जल अर्पित करें। इस दिन उपवास रखने की मान्यता है। ...
Sawan month 2019 healthy diet plan: उपवास के दौरान खानेपीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डाइट में ऐसे चीजें शामिल करें जिससे आपको पूरे दिन के लिए जरूरी ऊर्जा मिल सके और एक्स्ट्रा कैलोरी से भी बचा जा सके। इसके लिए हेल्दी डाइट जरूरी है ताकि आपको इस मौसम ...
कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए 18 जुलाई की रात से एनएच-58 पर भारी वाहनों का डायवर्जन किया जाएगा। 23 जुलाई से मार्ग को वनवे कर दिया जाएगा और 26 से 31 जुलाई तक हाईवे वाहनों के लिए बंद रहेगा। ...
शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण में 8 घंटे पहले से सूतक लग जाता है। इस समय में मूर्ति स्पर्श को निषिद्ध बताया गया है। सावन-2019 का महीना 17 जुलाई से शुरू हो रहा है। ...