राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) एक विशेष बल है, जिसका गठन 'डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, 2005' के तहत किसी जानलेवा आपदा की स्थिति या आपदा के समय विशेषज्ञ अनुक्रिया सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। NDRF,अर्धसैनिक बलों की भांति संगठित 12 बटालियनों का बल है। इसमें भारत के अर्धसैनिक बलों तथा BSF, CRPF, CISF, ITBP और SSB के सैनिकों को प्रतिनियुक्त किया जाता है। प्राकृतिक आपदाओं पर अनुक्रिया करने की क्षमता के साथ-साथ NDRF की चार टुकडियां रेडियोलॉजिकल, नाभिकीय, जैविक एवं रासायनिक आपदाओं की स्थिति से निपटने में भी समर्थ है। NDRF एक ऐसे सक्रिय एवं बहुअनुशासनिक, बहुकुशल, उच्च तकनीक बल के रूप में कार्य करना है जो सभी प्रकार की प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओं से निपट सके और साथ ही आपदाओं के प्रभावों का शमन करने में समर्थ हो। Read More
5 घंटे के अथक प्रयास के बाद एनडीआरएफ की टीम ने नालंदा जिले के नगर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 17 में बोरवेल में गिरे चार साल के बच्चे शिवम को सकुशल बाहर निकाल लिया। बच्चा रविवार की सुबह खेलते हुए बोरवेल में गिर गया था। ...
बिहार के नालंदा स्थित कुल गांव में एक तीन साल का बच्चा खेलते हुए 40 फुट गहरे बोरवेल में जा गिरा। मौके पर मौजूद जिला प्रशासन की टीम एनडीआरफ की मदद से बच्चे को बचाने का प्रयास कर रही है। ...
इंटरनेट पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक पत्रकार को दिल्ली में बाढ़ की स्थिति के बीच गर्दन तक पानी में रिपोर्टिंग करते हुए दिखाया गया है। वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया ...
हिमाचल में ब्यास और पावर्ती नदियों ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। राज्य सरकार और प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती फंसे पर्यटकों को निकालने की है। राज्य में जब तबाही की शुरुआत हुई तब वहां अलग-अलग जगहों पर 70 हजार से पर्यटक फंसे हुए थे। ...
लगातार भारी बारिश के बीच शिमला को पीने के पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड (एसजेपीएनएल) टैंकरों के माध्यम से लोगों को पानी की आपूर्ति कर रहा है। हिमाचल प्रदेश में 1300 से 1400 बस रूट से निलंबित हैं। कुल्लू में स्थित ...
हिमाचल में तबाही का मंजर देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। कई स्थानीय लोगों ने तबाही का वीडियो भी बनाया है जो अब सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं। घर ताश के पत्ते की तरह गिर रहे हैं और गाड़ियां तिनके की तरह बह रही हैं। ...
पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। 10 जुलाई को दोपहर 2 बजे हथिनीकुंड बैराज से यमुना में 2,13,679 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। भारी बारिश और हथिनिकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी चेतावनी स्तर को पार कर गयी ...