बिहार: नालंदा में बड़ा हादसा, 40 फीट गहरे बोरवेल में गिरा 3 साल का बच्चा, प्रशासन मौके पर, बचाव कार्य जारी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 23, 2023 02:00 PM2023-07-23T14:00:00+5:302023-07-23T14:05:32+5:30
बिहार के नालंदा स्थित कुल गांव में एक तीन साल का बच्चा खेलते हुए 40 फुट गहरे बोरवेल में जा गिरा। मौके पर मौजूद जिला प्रशासन की टीम एनडीआरफ की मदद से बच्चे को बचाने का प्रयास कर रही है।
नालंदा:बिहार के नालंदा में रविवार की सुबह एक भयावह हादसे की जानकारी सामने आ रही है। खबरों के मुताबित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृहक्षेत्र नालंदा के कुल गांव में एक तीन साल का बच्चा खेलते हुए 40 फुट गहरे बोरवेल में जा गिरा।
बोरवेल में गिरने वाले बच्च का नाम शिवम है। बताया जा रहा है कि जब शिवम सुबह में अपने साथियों के साथ खेल के करीब खेल रहा था तभी भागते हुए अचानक उसका बैलेंस बिगड़ा और वो सीधे बोरवेल में जा गिरा। उसके बाद शिवम के साथ खेल रहे बच्चों ने फौरन शोर मचाना शुरू किया तो ग्रामीण फौरन घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन चूंकि बोरवेल इतना गहरा और संकरा था कि ग्रामीण चाहते हुए भी शिवम की मदद नहीं कर पा रहे थे।
इसके बाद गांव के मुखिया ने फौरन घटना की जानकारी जिले के आला अधिकारियों को दी। बच्चे के बोलवेल में गिरने की बात सुनकर नालंदा जिला प्रशासन को भी सांप सूंघ गया।
आनन-फानन में जिले के वरिष्ठ अधिकारी भागे-भागे मौके पर पहुंचे और उसके बार फौरन राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। बचाव कार्य में सहयोग कर रहे नालंदा नगर पंचायत के उपाध्यक्ष नलिन मौर्य ने बताया, ''यह बोरवेल यहां के किसान ने बोरिंग के लिए बनवाया गया था। लेकिन यहां बोरिंग सफल नहीं हुई तो दूसरी जगह बोरिंग शुरू कर दी लेकिन इस खुले हुए बोरवेल को बंद नहीं किया गया था।''
प्रशासन के अधिकारी और क्षेत्रीय थाने की पुलिस घटना स्थल पर मौजूद है और फिलहाल बोरवेल के आसपास खुदाई का कार्य किया जा रहा है और साथ ही बोरवेल में गिरे बच्चे तक ऑक्सिजन पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। मौके पर डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद है।
इस संबंध में सर्कल अधिकारी शंभु मंडल ने कहा, “हमें सूचना मिली कि एक बच्चा बोरवेल में गिर गया है। हम बच्चे को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। एनडीआरएफ और बचाव दल मौके पर पहुंच गये हैं। बच्चा अभी भी जीवित है और हम उसकी आवाज़ सुन सकते हैं।”
राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग दे रहे क्षेत्रीय थाना प्रभारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने का सभी की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है। वरीय पदाधिकारी को घटना स्थल पर हैं और बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। मालूम हो कि हाल ही में इस तरह की कई घटनाएं देश के कई राज्यों में हुई हैं लेकिन बावजूद बोरवेल को लेकर की जा रही लापरवाही का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
इससे पूर्व मध्य प्रदेश के विदिशा स्थित कजरी बरखेड़ा गांव में ढाई साल की बच्ची बोलवेल में गिर गई थी, राहत कार्य के जरिये उसे बोरवेल से निकाल तो लिया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। विदिशा की इस घटना से पहले मध्य प्रदेश के सीहोर में बीते 6 जून को 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरने से एक बच्ची की जान चली गई थी।