महाकुंभ या कुंभ मेला हर 12 वर्षों में चार स्थानों - प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन, नासिक पर आयोजित किया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार देवताओं और राक्षसों का युद्ध 12 दिनों तक चला था। स्वर्ग का एक दिन पृथ्वी के एक वर्ष के समान होता है। इसलिए महाकुंभ 12 वर्षों में चार बार किया जाता है।आदि शंकराचार्य द्वारा पहली इस महा उत्सव की शुरुआत की गई थी। उन्होंने ही चार मुख्य तीर्थों को कुंभ मेले के चार पीठ के रूप में स्थापित कराया था। कुंभ मेले के दौरान देश दुनिया से दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं। सभी का एक ही मकसद होता है पवित्र स्नान में डुबकी लगाना। मान्यता है कि कुंभ मेले के दौरान पवित्र स्नान करने से पिछले और इस जन्म के सभी पाप धुल जाते हैं। Read More
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के कई मंत्रियों को दूसरे प्रदेशों में जाकर महाकुंभ की ब्रांडिंग करने का टास्क दिया है, जिसके चलते योगी सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्री देश के कई राज्यों में रोड शो करेंगे। ...
Maha Kumbh Mela 2025: योगी सरकार के मंत्रियों की देखरेख में विदेशों में रोड शो होंगे। यूपी में विदेशी निवेश को लाने के लिए भी मंत्रियों की देखरेख में बीते साल ऐसे ही रोड शो आयोजित किए गए थे। ...
धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी द्वारा प्रयागराज में आगामी महाकुंभ के दौरान मुस्लिम दुकानदारों के बहिष्कार की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की मांग की आलोचना करने के एक दिन बाद आया है। ...
Prayagraj Mahakumbh 2025: क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया, “चारों श्रेणियों के लिए विशेष ट्रैक सूट तैयार किए जा रहे हैं। मेले में भीड़भाड़ के दौरान यात्रियों को आवश्यक सेवाएं सहजता से मिल सकें, इस बात को ध्यान में रखकर यह तैयारी की गई ...
WATCH Prayagraj Mahakumbh 2025: जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने बताया कि इस नगर प्रवेश में विभिन्न प्रांतों से करीब एक हजार साधु संत आए हैं जो दत्तात्रेय जयंती तक मौज गिरि आश्रम में प्रवास करेंगे। जूना अखाड़ा के साथ ...
महाकुंभ से पहले पूरे शहर को जहां भव्य रूप से सजाने का काम जोरों पर चल रहा है, वहीं दूसरी ओर महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी खास इंतजाम किये जा रहे हैं। उप्र सरकार की पुलिस जहां एक तरफ चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगी। ...
Kumbh Mela 2025: पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए इन दिनों 100 प्रतिशत कर्मचारियों और अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। ...