'जिनका राम से कोई लेना-देना नहीं, उन्हें कुंभ में दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जाए': बाबा बागेश्वर ने महाकुंभ में ‘गैर-हिंदू’ दुकानदारों को प्रवेश देने के खिलाफ दी चेतावनी
By रुस्तम राणा | Published: November 4, 2024 05:35 PM2024-11-04T17:35:30+5:302024-11-04T17:35:30+5:30
धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी द्वारा प्रयागराज में आगामी महाकुंभ के दौरान मुस्लिम दुकानदारों के बहिष्कार की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की मांग की आलोचना करने के एक दिन बाद आया है।
लखनऊ: हिंदू आध्यात्मिक नेता बागेश्वर धाम सरकार (जिन्हें धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नाम से भी जाना जाता है) ने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में गैर-हिंदू दुकानदारों को प्रवेश न देने की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की मांग का समर्थन किया। शास्त्री ने पूछा कि जो लोग भगवान राम को नहीं मानते, वे उस क्षेत्र में प्रवेश करना चाहते हैं, जहां भगवान राम के लिए सभी काम होते हैं? शास्त्री ने कहा, "जिन लोगों का हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, न ही हिंदू रीति-रिवाजों से... न ही हमारे साधु-संतों से, उन्हें दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।"
शास्त्री ने कहा, "जो लोग हिंदू धर्म, इसके महत्व, इस धर्म और पूजा-पाठ के बारे में जानते हैं, वे यह काम अच्छे से कर सकते हैं। किसी भी धर्म के अन्य व्यक्ति, जो भगवान राम का सम्मान नहीं करते हैं, उन्हें महाकुंभ के दौरान किसी भी तरह की सेवा करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। कुछ दिन पहले इन लोगों ने मूत्र मिश्रित खाद्य पदार्थ बेचे, कुछ ने फलों और सब्जियों को बेचने से पहले उन पर थूका, इससे साबित होता है कि वे किसी तरह की साजिश को अंजाम दे रहे हैं। यही कारण है कि गैर-हिंदुओं को महाकुंभ के दौरान सख्ती से अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।" मौलाना ने कहा, "यह निर्णय धार्मिक सहिष्णुता को कमजोर करता है और सामाजिक विभाजन को जन्म दे सकता है।"
बाबा बागेश्वर ने कहा, “मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है? महाकुंभ में हमारे पास त्रिवेणी, संगम और संतों और भगवानों की पूजा होती है, और यह स्पष्ट है कि इन लोगों को हिंदू अनुष्ठानों, त्योहारों, मेलों और समग्र सनातन धर्म में कम से कम दिलचस्पी है। जब आप राम का सम्मान नहीं करते हैं, तो आप भगवान राम की सेवा में हस्तक्षेप क्यों करना चाहते हैं?”
Pandit Dhirendra Krishna Shastri supported the demand of Akhil Bharatiya Akhara Parishad not to allot shop to a Muslim person in Maha Kumbh
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) November 3, 2024
Those who have nothing to do with Hinduism, nor with Hindu rituals...nor with our saints and sages, should not be allowed to set up shop' pic.twitter.com/GoF9FK23ox
धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी द्वारा प्रयागराज में आगामी महाकुंभ के दौरान मुस्लिम दुकानदारों के बहिष्कार की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की मांग की आलोचना करने के एक दिन बाद आया है। आपको बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) ने 10 अक्टूबर को घोषणा की थी कि आगामी महाकुंभ मेले के दौरान केवल हिंदू, सिख, बौद्ध या जैन दुकानदारों को ही दुकानें खोलने की अनुमति होगी, जबकि गैर-हिंदुओं को इस पवित्र आयोजन के दौरान दुकानें खोलने की अनुमति नहीं होगी।