गुजरात भारत का एक बेहद अहम प्रदेश है। गुजरात का इतिहास करीब 2000 वर्ष ईसा पूर्व माना जाता है। बताया जाता है कि भगवान कृष्ण मथुरा छोड़कर सौराष्ट्र के पश्चिमी तट पर जा बसे, जो द्वारिका यानी प्रवेशद्वार कहलाया। इसके अलावा मौर्य, गुप्त, गुर्जर प्रतिहार, चालुक्य (सोलंकी) राजाओं का यहां शासन रहा। यहीं पर महमूद गजनवी की लूटपाट मचाई। अरब सागर से सटा यह राज्य भारत में कारोबार की दृष्टि बेहद अहम है। उत्तर भारत के कई राज्यों के लोग गुजरात में कमाई के लिए जाते रहे हैं। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात से आते हैं। वे पहले गुजरात के सीएम रहे हैं। उन्होंने भारत के विकास के लिए गुजरात मॉडल का उदाहरण दिया था। वर्तमान में विजय रूपाणी गुजरात के मुख्यमंत्री हैं। Read More
साबरमती नदी के तट पर 36 एकड़ में बसे शांत वातावरण वाले गांधी आश्रम के साथ नवरात्रि का भी आनंद है। इस शहर में नौ दिन तक विश्व का सबसे लंबा नृत्य उत्सव मनाया जाता है। ...
गुजरात के नवसारी में बाढ़ से बिगड़े हालात, खतरनाक स्तर पर बह रही है नवसारी-पूर्णा नदी, भारी बारिश के बाद जलभराव से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त, NDRF-SDRF की टीम ने 2 हजार से ज्यादा लोगों का किया रेस्क्यू, देखें ये वीडियो. ...
महाराष्ट्र में उफनती गोदावरी नदी से नासिक में बाढ़ जैसे हालात, गोदावरी घाट के किनारे स्थिति कई मंदिर जलमग्न, नदी में उफान की वजह से कई इमरातें पानी में डूबीं, गोदावरी के तटों से लोगों को दूर रहने के प्रशासन ने जारी किए निर्देश, नासिक में 11 से 14 जुल ...
अहमदाबाद अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त चैतन्य मांडलिक ने बाद में कहा, ‘‘हमने ट्रांसफर वारंट पर पालनपुर जेल से संजीव भट्ट को हिरासत में लिया और मंगलवार शाम को उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।’’ ...
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है. मुंबई में ऑरेंज अलर्ट के बावजूद रुक रुक कर बारिश होने से स्थिति फिलहाल सामान्य है लेकिन महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. वहीं गुजरा ...
देश के कई हिस्सों में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। मध्यप्रदेश और गुजरात की बात की जाए तो हालात बेकाबू हो गए हैं। दोनों ही राज्यों में में बारिश से संबधित घटनाओं में पिछले 24 घंटों में 14 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है। ...
गुजरात के वलसाड में भारी बारिश के बाद औरंगा नदी का जलस्तर बढ़ा जिससे निचले इलाकों में जलभराव होने के बाद लोग अपने घरों में फंस गए। बचाव के लिए एनडीआरफी की टीमों को लगाया गया। ...