कोवाक्सिन (Covaxin) भारत का पहला संभावित स्वदेशी Covid-19 वैक्सीन है, जिसे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। कोरोना वायरस की पहली स्वदेशी वैक्सीन COVAXIN का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है। Read More
भारत के पहले नेजल कोविड वैक्सीन के इस्तेमाल को DCGI से इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है। पिछले साल से इस वैक्सीन के ट्रायल चल रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ये जानकारी दी। ...
देश में एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामलों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को एक पत्र लिखा है जिसमें बताया गया है कि बायलॉजिक ई कंपनी द्वारा विकसित वैक्सीन कॉर्बेवैक्स का इस् ...
मध्य प्रदेश के सागर में कोरोना टीकाकरण के दौरान एक स्वास्थ्य कर्मी ने एक ही सिरिंज से 30 बच्चों को वैक्सीन लगा दी। इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। दोषी स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। ...
संसद में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने बताया है कि देश भर अब तक लगभग 4 करोड़ लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं लगवाई है। ये जानकारी लिखित रुप में लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में दी गई। ...
भारत बायोटेक ने 2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन के बूस्टर डोज के टेस्ट के लिए अनुमति मांगी है। भारत में अभी कोवैक्सीन की दो डोज 15 से 18 साल के किशोरों को मिल रही है। वहीं बूस्टर डोज 18 साल से अधिक के उम्र वालों को दी जा रही है। ...
भारत में 6 से 12 साल के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन की मंजूरी Drug Controller General of India की ओर से दे दी गई है। इस उम्र के बच्चों को कोवैक्सीन लगाई जाएगी। ...