भारत बायोटेक ने 2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन के बूस्टर डोज के टेस्ट के लिए मांगी मंजूरी
By विनीत कुमार | Published: May 4, 2022 05:46 PM2022-05-04T17:46:08+5:302022-05-04T17:48:19+5:30
भारत बायोटेक ने 2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन के बूस्टर डोज के टेस्ट के लिए अनुमति मांगी है। भारत में अभी कोवैक्सीन की दो डोज 15 से 18 साल के किशोरों को मिल रही है। वहीं बूस्टर डोज 18 साल से अधिक के उम्र वालों को दी जा रही है।
नई दिल्ली: हैदराबाद आधारित फार्मा कंपनी भारत बायोटेक ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से दो साल से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों पर कोवैक्सीन की बूस्टर खुराक संबंधी दूसरे/तीसरे चरण के टेस्ट के लिए इजाजत मांगी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार कंपनी ने करीब एक हफ्ते पहले इजाजत के लिए अप्लाई किया था। कंपनी पहले ही 2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन के दो डोज का ट्रायल कर चुकी है। हाल में भारत बायोटेक को 6 से 12 साल के बच्चों पर दो डोज के लिए इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (ईयूए) की अनुमति मिली थी।
कंपनी ने 2 से 5 साल के बच्चों के लिए भी ईयूए की मांग की है। हालांकि एक्सपर्ट कमिटी ने और ज्यादा डेटा की मांग की है।
बूस्टर डोज अभी भारत में केवल व्यस्कों के लिए
फिलहाल कोवैक्सीन और कोविशील्ड की एहतियाती या बूस्टर खुराक 18 साल और उससे अधिक आयु के वैसे लोगों को दी जा रही है, जिन्हें दूसरी खुराक लिये हुए नौ महीने पूरे हो चुके हैं। 2 से 18 साल के बच्चों पर टेस्ट अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली और पटना सहित छह स्थानों पर किया जाएगा।
भारत ने स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कार्यकर्ताओं तथा अन्य बीमारियों वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके की एहतियाती खुराक इस वर्ष 10 जनवरी से देना शुरू कर दिया था।
भारत में अभी कोवैक्सीन की दो डोज 15 से 18 साल के किशोरों को दी जा रही है। वहीं बूस्टर डोज 18 साल से अधिक के उम्र के लोगों को भी लग रही है। भारत ने 10 अप्रैल को 18 वर्ष की आयु के ऊपर के सभी व्यक्तियों के लिए निजी टीका केंद्रों में एहतियाती खुराक की अनुमति दी थी।