लाइव न्यूज़ :

Photos: दिखाए थे सपने नोटबंदी से होंगे ये 10 फायदे, हो गए ये 5 बड़े नुकसान

By ललित कुमार | Published: September 03, 2018 3:28 PM

Open in App
1 / 9
देश में बढ़ते भ्रष्टाचार को देखते हुए भारत देश में 500 और 1000 के रुपये बंद किये गए, क्योंकि इससे मार्किट में मौजूद पुराने नोटों के बदले नए नोट आएंगे तो फेक करेंसी बनाना मुस्किल हो पाएगा।
2 / 9
इस बात में को शक नहीं था कि देश में ज्यादातर लोग जेब में कैश लेकर घूमते थे, लेकिन कैशलेस इकोनॉमी को बनाने का अहम मुद्दा यह था कि देश ज्यादा से ज्यादा ट्रांजैक्शन डिजिटल माध्यमों से किया जाए।
3 / 9
नकली नोटों के चलते हुए भी देश में नोटबंदी का फैसला लिया गया, जिससे की देश में नकली नोट न आ पाएं. नोटों का कम इस्तेमाल हो इसीलिए सरकार ने सभी को डिजिटल पेमेंट करने के जागरूक किया।
4 / 9
नोटबंदी करने का एक अहम फैसला रियल एस्टेट सेक्टर को लेकर भी था, आम आदमी को मकान खरीदने में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े, इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया।
5 / 9
सरकार यह दावा रहा कि नोटबंदी करने से कालाधन खत्म होगा, लेकिन किसी भी अर्थव्यवस्था से कालाधन खत्म होने की उम्मीद तब तक नहीं की जा सकती जब तक सामाजिक स्तर इसका बहिष्कार करने के लिए लोगों को जागरूक ना किया जाए।
6 / 9
कालेधन और भ्रष्टाचार को लेकर देश में हमेशा से एक समानांतर इकोनॉमी चलती थी, अब इसमें कई तरह की बातें भी सामने आती हैं, कोयले की खदानों से लेकर सड़क किनारें फल और सब्जी बेचने वाले इस समानांतर अर्थव्यवस्था में शामिल रहते थे, लेकिन नोटबंदी से लेकर डिजिटल पेमेंट के साथ साथ समानांतर इकोनॉमी से जो मदद चाहिए थी वो मिली ही नहीं।
7 / 9
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के एकमात्र मकसद यह था कि की लोग सारी पेमेंट बैंक के जरिए होगी, जिससे सभी की ट्रांजैक्शनों पर इनकम टैक्स के अधिकारियों की नजर बनी रहेगी, लेकिन नोटबंदी से उम्मीद थी की सरकारों का रेवेन्यू तेजी बढ़ेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
8 / 9
जैसे की इस बात में भी कोई शक नहीं कि देश में रहने वाले ज्यादातर लोग अपनी सेविंग प्रॉपर्टी, सोना और ज्वैलरी में निवेश करते थे, जरूर पड़ने पर जिसे वो आसानी से बेच भी सकते थे, उम्मीद की जा रही थी नोटबंदी के बाद रियल एस्टेट और सोना अपेक्षा के मुताबिक रिटर्न नहीं दें पाएंगे, कोई भी आम आदमी अपनी सेविंग को बैंक में रखेगा।
9 / 9
नोटबंदी के बाद से यह उम्मीद थी कि लोगों के द्वारा जमा किया गया पैसा और डिजिटल पेमेंट के द्वारा हुए लाभ से बैंक जो लोन देगा उसकी ब्याज दरों में कटौती होगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
टॅग्स :नोटबंदीनरेंद्र मोदीभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPm Svanidhi Scheme: 'दुकान भले छोटे हो, लेकिन सपने बड़े होते हैं', पीएम मोदी ने पीएम-स्वनिधि योजना के तहत बांटे चेक

भारतOne Nation, One Election: समिति ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ मुद्दे पर 62 पार्टियों से किया संपर्क, 32 ने किया समर्थन, 15 ने कहा ना, देखें लिस्ट

भारत"मोदीजी कैमरा लेकर समुद्र में पूजा करने जाते हैं और टीवी वाले 24 घंटे वही दिखाते हैं", राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री की 'द्वारका पूजा' के साथ मीडिया पर किया तीखा व्यंग्य

भारतBJP candidate list 2 LIVE Updates: बीड से प्रीतम मुंडे की जगह बहन पंकजा को टिकट, त्रिपुरा और मैसूर शाही परिवार लड़ेंगे चुनाव, यहां देखें पूरी सूची

बॉलीवुड चुस्कीSushant Singh Rajput Case: सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता ने पीएम मोदी से की सीबीआई जांच की मांग, कहा- "मेरे भाई को गए 45 महीने हो गए अभी तक..."

भारत अधिक खबरें

भारतElectoral Bonds Data: भारतीय चुनाव आयोग ने चुनावी बांड पर डेटा प्रकाशित किया

भारतधर्म परिवर्तन कानून विवाह के साथ साथ सह-जीवन संबंध पर भी लागू, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अंतरधार्मिक युगल की पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने की अपील खारिज की, जानें कहानी

भारतLok Sabha Elections: अयोध्या से सच्चिदानंद पांडेय और उन्नाव सीट से अशोक पांडेय को टिकट, पीलीभीत, अमरोहा, मुरादाबाद, सहारनपुर, कन्नौज से मुस्लिम प्रत्याशी उतारा, देखें लिस्ट

भारतBihar Cabinet Expansion: मुख्यमंत्री नीतीश और पूर्व मुख्यमंत्री मांझी से मिले उपमुख्यमंत्री, चौधरी ने बीजेपी मंत्रियों की सूची दी, जानें लिस्ट में कौन-कौन

भारतBihar MLC Election: 11 सदस्य निर्विरोध निर्वाचित, फिर से बिहार विधान परिषद में दिखेंगे नीतीश कुमार और राबड़ी देवी, मतदान की नौबत नहीं आई