डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19 की दो एंटीबॉडी चिकित्सा पद्धतियों का इस्तेमाल नहीं करने की वकालत की: बीएमजे By संदीप दाहिमा | Published: September 16, 2022 3:26 PMOpen in App1 / 6ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक संशोधित दिशानिर्देश के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) कोविड-19 की दो एंटीबॉडी चिकित्सा पद्धतियों के इस्तेमाल की अब और सिफारिश नहीं करता क्योंकि ओमीक्रोन और इसके उप-स्वरूपों ने उन्हें बेकार कर दिया है।2 / 6इसी ताजा दिशानिर्देश में डब्ल्यूएचओ ने गंभीर कोविड-19 से ग्रस्त रोगियों में एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर के इस्तेमाल की सशर्त सिफारिश की है और अन्य कोई गंभीर बीमारी वाले रोगियों में इसका उपयोग नहीं करने की सशर्त सिफारिश भी की है।3 / 6डब्ल्यूएचओ के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के दिशानिर्देश विकास समूह ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के लिए एंटीबॉडी दवा सोट्रोविमैब और कैसिरिविमैब-इमडेविमैब की सिफारिश नहीं की जाती। 4 / 6 ये दवाएं सार्स-सीओवी-2 के स्पाइक (कांटेनुमा) प्रोटीन से चिपककर इसकी संक्रमण की क्षमता को कमजोर करती हैं। ये प्रोटीन ही वायरस को शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश कराने में सहायता करते हैं। 5 / 6इस पुरजोर सिफारिश ने पिछली सशर्त सिफारिशों की जगह ली है और यह प्रयोगशाला अध्ययनों से सामने आये इन साक्ष्यों पर आधारित है कि इन दवाओं के वर्तमान में ओमीक्रोन जैसे फैल रहे वायरस के स्वरूपों के खिलाफ काम करने की संभावना नहीं है।6 / 6समूह ने सभी साक्ष्यों का अध्ययन करने के बाद कहा कि भलीभांति जानकारी रखने वाले लगभग सभी रोगी सोट्रोविमैब या कैसिरिविमैब-इमडेविमैब लेना नहीं चाहेंगे। ये सिफारिशें 7,643 रोगियों पर बिना किसी क्रम के हुए पांच परीक्षणों के परिणामों पर आधारित हैं। और पढ़ें Subscribe to Notifications