चंडीगढ़: चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में हुए कथित वीडियो लीक कांड में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अभिनेता ने इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार दिया और लोगों से पीड़ितों के साथ खड़े होने का आग्रह किया। रविवार को उन्होंने ट्वीट किया, "चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में जो कुछ हुआ वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह हमारे लिए अपनी बहनों के साथ खड़े होने और एक जिम्मेदार समाज का उदाहरण पेश करने का समय है। यह हमारे लिए परीक्षा का समय है, पीड़ितों के लिए नहीं। जिम्मेदार बनें।"
शनिवार रात मोहाली में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कैंपस में लीक हुई क्लिप को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि लड़की ने अपने मोबाइल का इस्तेमाल छात्राओं के नहाते हुए वीडियो बनाने के लिए किया। जैसे ही लीक हुए वीडियो को लेकर विवाद शुरू हुआ, पुलिस हरकत में आई और लड़की को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं द्वारा किए गए आत्महत्या के प्रयास के दावों का खंडन किया है।
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कथित तौर पर आपत्तिजनक वीडियो ‘लीक’ होने की घटना के चलते पंजाब के मोहाली स्थित एक निजी विश्वविद्यालय की कुछ छात्राओं द्वारा आत्महत्या का प्रयास किए जाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है। आयोग ने कहा कि उसने विभिन्न मीडिया रिपोर्ट और ट्विटर पोस्ट देखे हैं जिनमें कहा गया है कि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहने वाली लड़कियों का कथित वीडियो लीक हुआ है और उनमें से कुछ ने आत्महत्या करने की कोशिश की।
उल्लेखनीय है कि कई छात्राओं का ‘आपत्तिजनक’ वीडियो बनाए जाने की ‘‘अफवाह’’ को लेकर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों का दावा है कि प्रशासन आत्महत्या के प्रयास के मामलों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लुधियाना- चंडीगढ़ मार्ग पर स्थित चंडीगढ़ विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार आधी रात को हुए प्रदर्शन के बाद रविवार को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए।
पुलिस का दावा है कि मामले में आरोपी छात्रा ने केवल अपना वीडियो साझा किया था। एनसीडब्ल्यू ने यहां जारी बयान में कहा कि आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पंजाब पुलिस के महानिदेशक को पत्र लिखकर मामले में तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने और इस मामले में बिना किसी लापरवाही के कड़ाई से निपटने को कहा है। आयोग ने कहा कि मामले की पीड़ित लड़कियों को उचित परामर्श दिया जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।