2017 रेल हादसों का साल रहा। इस साल देश में कई जगह रेल हादसे हुए जिससे रेल व्यवस्था पटरी से उतरी नजर आई। हादसे इतने हुए कि पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु के कंधों से रेल मंत्रालय का भार हटाकर पीयूष गोयल के कंधों पर डाल दिया गया। बावजूद इसके रेल व्यवस्था अचनाक पटरी पर नहीं लौट सकी। मंत्रालय बदलने के बाद भी हादसों का सिलसिला जारी रहा। सिस्टम की लापरवाही से इन रेल हादसों ने न जाने कितनों की जान ले ली। लगातार हो रहे हादसों से लोगों को रेल से सफर करने में डर लगने लगा। हालांकि रेल हादसों से सबक लेते हुए मंत्रालय ने कई कदम उठाए। आइए नजर डालते हैं इस साल हुए कुछ रेल हादसों पर जो रेल व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े करते हैं। हादसों से बैठे मन में डर से सवाल यह भी उठता है कि नए वर्ष का शुभारंभ हादसों से न हो।
जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस हादसा, आंध्र प्रदेश
जनवरी 2017 में बड़ा रेल हादसा हुआ। यह रेल हादसा आंध्र प्रदेश के विजयानगरम जिले के कुनेरू स्टेशन के पास हुई। जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतर गईं। इस हादसे में 36 यात्रियों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हुए थे। यह ट्रेन जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही थी।
उज्जैन ट्रेन धमाका
3 मार्च को भोपाल-उज्जैन सवारी ट्रेन में आतंकी धमाका हुआ। इस घटना में 8 लोगों घायल हो गए थे। कालापीपल और सीहोर रेलवे स्टेशन के बीच घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना को मध्य प्रदेश सरकार ने आतंकी घटना माना था।
महाकौशल एक्सप्रेस हादसा
मार्च महीने की 30 तारीख को यूपी के कुलपहाड़ स्टेशन के करीब लाडपुर और सूपा के बीच में महाकौशल एक्सप्रेस डिरेल हो गई। इस रेल हादसे में 52 लोग घायल हो गए थे।
राज्य रानी एक्सप्रेस हादसा
अप्रैल महीने में मेरठ से लखनऊ जा रही राज्य रानी इंटरसिटी एक्सप्रेस के करीब 8 डिब्बे पटरी से उतर गई। इस हादसे में करीब 60 लोग घायल हो गए थे।
मुंबई का रेल हादसा
सितंबर में मुंबई के एलफिंस्टरन स्टेशन पर मची अफरा-तफरी पर 23 लोगों की मौत और 39 लोग घायल हो गए थे। भगदड़ इसलिए मची थी कि किसी ने आवाज लगा दी की पुल गिरने वाला है। इसी बात को लेकर भगदड़ मची जिसमें लोगों की जान चली गई। पुल काफी पुराना और जर्जर हो गया था। लोगों ने सच मानकर इधर-उधर भागने लगे।
पुरी-उत्कल एक्सप्रेस हादसा
यूपी के मुजफ्फनगर के पास खतौली में ट्रेन नंबर पुरी-उत्कल एक्सप्रेसके हादसे में 23 लोगों की जान चली गई और 150 लोग घायल हो गए। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि पटरी से उतरे 13 कोच एक-दूसरे पर जा चढ़े थे।
कालिंदी एक्सप्रेस हादसा
जनवरी में आंध्र प्रदेश में हुए रेल हादसा का गम थमा नहीं था कि फरवरी में एक और रेल हादसा हुआ था। दिल्ली जा रही कालिंदी एक्सप्रेस यूपी के टुंडला जंक्शन पर डिरेल हो गई। हादसे में तीन डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए थे। हालांकि इस रेल हादसे में कोई ज्यादा खतरा नहीं हुआ था। लेकिन इस रूट की सारी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था।