प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (2 फरवरी) को ट्वीट करते हुए कहा कि ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया एकाउंट्स छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। पीएम मोदी के सोशल मीडिया से 'छोड़ने' की बात के बाद कयासों के दौर शुरू हो चुके हैं। इस बीच वरिष्ठ महिला पत्रकार ने इसके पीछे की वजह का खुलासा किया।
वरिष्ठ पत्रकार शीला भट्ट ने पीएम मोदी के साथ काम कर रहे एक सीनियर स्टाफ के हवाले से बता कि पीएम मोदी महिला दिवस पर कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि एक दिन के लिए उनके सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म को चयनित महिलाओं द्वारा लिया जा सकता है। कयास लगाया जा रहा है कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है और इस दिन पीएम मोदी सोशल मीडिया को छोड़ने के बारे में विस्तार से जानकारी दे सकते हैं। बता दें की शीला भट्ट एक वरिष्ठ राजनीतिक पत्रकार हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया ‘इस रविवार को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर सोशल मीडिया अकाउंट छोड़ने की सोच रहा हूं। इस बारे में आपको जानकारी दूंगा।’’ मोदी के इस ट्वीट के कुछ ही मिनट के भीतर सोशल मीडिया पर ‘नो सर’ हैशटैग ट्रेंड करने लगे और लोग उनसे सोशल मीडिया नहीं छोड़ने की अपील करते नजर आए।
जानें कितने हैं पीएम मोदी के फॉलोवर्स
प्रधानमंत्री मोदी सोशल मीडिया खास तौर पर ट्विटर पर सक्रिय रहते है। ट्विटर पर मोदी के पांच करोड़ 33 लाख, फेसबुक पर चार करोड़ 40 लाख और इंस्टाग्राम पर तीन करोड़ 52 लाख फॉलोअर्स हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल पर तीन करोड़ 20 लाख फॉलोअर्स हैं। मोदी ट्विटर पर पांच करोड़ फॉलोअर्स को पार करने वाले पहले भारतीय हैं।
कांग्रेस ने कसा तंज
कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया से अलग होने का संकेत देने पर कटाक्ष किया और पार्टी के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया ‘‘नफरत छोड़िए, सोशल मीडिया अकाउंट्स नहीं।’’ प्रधानमंत्री के ट्वीट पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''सम्मानीय प्रधानमंत्री जी, आपसे आग्रह है कि आप उन ट्रोल्स की फौज को यह सलाह दीजिये जो आपके नाम पर लोगों को हर सेकेंड अपशब्द कहते हैं और धमकी देते हैं! आभार ,भारत का नागरिक।''