दिल्ली:मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही अघोषित नूरा कुश्ती में आज उस समय दिलचस्प मोड़ आ गया, जब कांग्रेस ने इस मुद्दे पर आप के खिलाफ फ्रंटफुट पर खेलना शुरू कर दिया। देश की राजधानी दिल्ली में, जहां आम आदमी पार्टी की सरकार है। कांग्रेस के बड़े-बड़े पोस्टर नजर आ रहे हैं और उन पोस्टर्स पर लिखा है "मनीष सिसोदिया-सत्येंद्र जैन भ्रष्ट और देशद्रोही"।
कांग्रेस की ओर से जारी इन पोस्टरों से एक बात अब स्पष्ट हो गई है कि कम से कम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन या फिर आम आदमी पार्टी के कथित भ्रष्टाचार के आरोप पर कांग्रेस और भाजपा एक ही खेमें में दिखाई दे रहे हैं।
कांग्रेस के पोस्टर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उन आरोपों के बाद जारी हुए हैं, जिसमें उन्होंने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम लिया था और मौजूदा केंद्र सरकार की तुलना 1975 वाले इमरजेंसी के वक्त की इंदिरा सरकार से की थी।
दिल्ली में यह पोस्टर मुख्य रूप से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और दिल्ली कांग्रेस के दफ्तर के बाहर लगाये गये हैं, जिनसे स्पष्ट है कि कांग्रेस भी अब आम आदमी पार्टी को मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के मामले में कोई रियायत देने के मूड में नहीं है।
कांग्रेस की ओर से शुरू हुआ पोस्टर वॉर इस पहलू से भी बेहज दिलचस्प है कि बीते रविवार को मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के मसले में 9 विपक्षी नेताओं ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उसे लोकतंत्र पर हमले से जोड़ा था।
चिट्ठी लिखने वालों में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित बिहार के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा नेता अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला भी शामिल थे।
वहीं इसके इतर कांग्रेस का सिसोदिया की गिरफ्तारी के मुद्दे पर खुले तौर पर अलग स्टैंड लेना। इस बात का भी संकेत है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता या कांग्रेस की अगुवाई में सभी दलों के इकट्ठा होने की बात मजह दिखावा लग रही है। दिल्ली शराब नीति पर कांग्रेस के रूख से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नीत यूपीए गठंबधन में आप की एंट्री पर बैन रहेगा।