Bihar Politics: नीतीश कुमार ने जब से बिहार में आरजेडी के साथ चली आ रही सरकार से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा है। तब से ही इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों ने उन्हें टारगेट करना शुरू कर दिया है। रविवार को जब सीएम नीतीश ने बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन से पता चलता है कि यह सब पूर्व नियोजित था।
भारत गठबंधन को तोड़ने के लिए बीजेपी जेडीयू ने यह सब योजना बनाई। नीतीश कुमार ने हमें अंधेरे में रखा, उन्होंने लालू यादव को अंधेरे में रखा। मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान पर जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच समन्वय स्थापित नहीं हो सका। बाहर से सब कुछ सामान्य दिख रहा था।
लेकिन कांग्रेस गठबंधन पार्टियों के साथ राजनीति कर रही थी। जबकि हम काम कर रहे थे। गठबंधन को मजबूत करने का काम कर रहे थे। कांग्रेस महत्वपूर्ण पद हथियाने में लगी थी। वे सपा, टीएमसी और अन्य क्षेत्रीय दलों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे। एक बार राहुल गांधी ने कहा था कि क्षेत्रीय दलों के पास कोई विचारधारा नहीं है। इस कारण हमने अपना नाता गठबंधन से तोड़ लिया।
त्यागी ने कहा कि अगर यह पूर्व नियोजित था, तो हमने पहली बैठक पटना में क्यों आयोजित की। हम ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव को क्यों लेकर आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से पीएम पोस्ट लेना चाहती थी।
दिल्ली में ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को भारतीय गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित किया। मालूम हो कि इंडिया गठबंधन को बनाने के पीछे नीतीश कुमार का दिमाग था। अब वह दिमाग भी बीजेपी के पास आ गया है।