लाइव न्यूज़ :

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कर्मचारियों को कई महीनों से नहीं दिया वेतन, बिना आय महाशिवरात्रि मनाने से चिंतित लोग

By सुरेश एस डुग्गर | Published: February 15, 2023 4:16 PM

जानकारी के अनुसार, कश्मीरी पंडित महाशिवरात्रि पर भगवान शिव सहित उनके परिवार की स्थापना घरों में करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से वटुकनाथ घरों में मेहमान बनकर रहते हैं। करीब एक महीने पहले से इसे मनाने की तैयारियां शुरू हो जाती हैं।

Open in App
ठळक मुद्देमहाशिवरात्रि को कश्मीर में बड़े धूम-धाम से मनाया जाता हैकश्मीरी पंडितों के लिए महाशिवरात्रि का त्योहार सबसे बड़ा पर्व होता है सरकारी कर्मचारियों को वेतन न देने के कारण लोगों के सामने त्योहार मनाने का प्रश्न खड़ा हो गया है

श्रीनगर: दो दिन के बाद महाशिवरात्रि का त्यौहार पूरे देश में मनाया जाएगा। कश्मीरी पंडितों का यह सबसे बड़ा त्यौहार होता है और देश के अन्य हिस्सों की अपेक्षा इसे यहां ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है। कश्मीर से पलायन करने के बाद हर शिवरिात्रि को कश्मीरी पंडितों ने भगवान शिव से अपनी कश्मीर वापसी की दुआ तो मांगी पर वह अभी तक पूरी नहीं हो पाई है।

इस बार तो उन सैंकड़ों कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों के समक्ष सबसे बड़ा प्रश्न बिना पैसों के इसे मनाने का भी है जो पिछले 8 महीनों से जम्मू में प्रदर्शनरत हैं और सरकार ने उनका वेतन जारी नहीं किया है।

कश्मीरी पंडित इसे 'हेरथ' के रूप में मनाते हैं। 'हेरथ' शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है जिसका हिंदी अर्थ हररात्रि या शिवरात्रि होता है। हेरथ को कश्मीरी संस्कृति के आंतरिक और सकारात्मक मूल्यों को संरक्षित रखने का पर्व भी माना जाता है। इसके साथ ही यह लोगों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जानकारी के अनुसार, कश्मीरी पंडित महाशिवरात्रि पर भगवान शिव सहित उनके परिवार की स्थापना घरों में करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से वटुकनाथ घरों में मेहमान बनकर रहते हैं। करीब एक महीने पहले से इसे मनाने की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। कहने को 33 साल का अरसा बहुत लंबा होता है और अगर यह अरसा कोई विस्थापित रूप में बिताए तो उससे यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वह अपनी संस्कृति और परंपराओं को सहेज कर रख पाएगा। मगर कश्मीरी पंडित विस्थापितों के साथ ऐसा नहीं है जो बाकी परंपराओं को तो सहेज कर नहीं रख पाए लेकिन शिवरात्रि की परंपराओं को फिलहाल नहीं भूले हैं।

आतंकवाद के कारण पिछले 33 वर्ष से जम्मू समेत पूरी दुनिया में विस्थापित जीवन बिता रहे कश्मीरी पंडितों का तीन दिन तक चलने वाले सबसे बड़े पर्व महाशिवरात्रि का धार्मिक अनुष्ठान पूरी आस्था और धार्मिक उल्लास के साथ पूरा होगा। यह समुदाय के लिए धार्मिक के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक पर्व भी है। जम्मू स्थित कश्मीरी पंडितों की सबसे बड़ी कालोनी जगती और समूचे जम्मू में बसे कश्मीरी पंडितों के घर-घर में इस बार पूजा की तैयारी की रौनक नहीं है। 

कारण स्पष्ट है, इस बस्ती में अधिकतर उन कश्मीरी पंडितों के परिवार रहते हैं जो कश्मीर में प्रधानमंत्री योजना के तहत सरकारी नौकरी कर रहे हैं और पिछले साल मई में आतंकी हमलों के बाद जम्मू आ गए थे। वे तभी से अपना तबादला सुरक्षित स्थानों पर करवाने के लिए आंदोलनरत हैं।

उनके समक्ष दिक्कत यह है कि प्रशासन ने उनका वेतन भी रोक रखा है। प्रशासन कहता है कि काम नहीं, तो वेतन नहीं। हालांकि, इन आंदोलनरत सैंकड़ों कर्मियों में से कुछेक पिछले सप्ताह कश्मीर वापस लौटे तो उन्हें वेतन मिल चुका है। स्थिति अब यह है कि इन कश्मीरी हिन्दू कर्मचारियों के आंदोलन को दबाने की खातिर प्रशासन ने अब जम्मू में कई जगह धारा 144 भी लागू कर कई कर्मचारियों को आज हिरासत में भी ले लिया।

टॅग्स :जम्मू कश्मीरJammuकश्मीरी पंडित
Open in App

संबंधित खबरें

भारतJammu-Kashmir Heat Wave: कश्मीर में पारा से बुरा हाल, जम्मू में 43 पार, 5 से 15 घंटों की बिजली कटौती!

भारतBaramulla Election: जमकर हुई वोटिंग, टूटे रिकॉर्ड, जानिए बारामुल्ला में कितनी फीसदी वोटिंग हुई

बॉलीवुड चुस्कीMovie Kashmir Enigma of Paradise: मनाली की खूबसूरत वादियों में कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज की शूटिंग, जानें कहानी

भारतकश्मीर में टूरिस्टों पर ताजा हमले से लोग चिंता में, पाकिस्तान को रास नहीं आ रही पर्यटकों की बाढ़

भारतLok Sabha Elections 2024: "जम्मू-कश्मीर में हाल में हुई हत्याओं की जांच अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों से कराई जाए", फारूक अब्दुल्ला ने कहा

भारत अधिक खबरें

भारतTamil Nadu: भाजपा नेता अन्नामलाई ने कांग्रेस प्रदर्शनकारियों को ऑफर किया खाना, कांग्रेस एमएलए ने कहा, "बीफ परोसना हमें"

भारतSwati Maliwal Controversy: "केजरीवाल और 'आप' अर्बन नक्सल गिरोह का हिस्सा हैं, उनकी पार्टी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं", बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा

भारतLok Sabha Elections 2024: "दुनिया के कई नेता पीएम मोदी को 'बॉस' कहते हैं, उनका सम्मान करते हैं", राजनाथ सिंह ने की नरेंद्र मोदी की तारीफ

भारतPune Porsche Accident: आरोपी नाबालिग के पिता का दावा- दुर्घटना के समय परिवार का ड्राइवर चला रहा था कार

भारतझारखंड: चंपई सोरेन सरकार की बढ़ी मुश्किलें, ED ने दो अन्य मंत्रियों को भी पूछताछ के लिए किया तलब, हो सकते हैं गिरफ्तार