नई दिल्ली: देश के बड़े पत्रकार अर्नब गोस्वामी के वायरल चैट के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक वायरल चैट में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक व कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने जैसे गंभीर मामले की जानकारी पहले से होने का दावा कथित तौर पर पत्रकार अर्नब गोस्वामी द्वारा किया गया है।
कांग्रेस पार्टी के कई नेता अर्नब गोस्वामी के चैट वायरल होने के बाद से ही स्क्रीनशॉट के साथ यह दावा कर रहे हैं कि उसे पहले से ही सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में पता था। इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर भी सवाल खड़े किए हैं।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि जिस पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हुए, अर्नब ने उसका जश्न मनाया था। अर्नब को बालाकोट स्ट्राइक की जानकारी भी 3 दिन पहले मिल गई थी। अर्नब को कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बारे में भी पहले से पता था।
इसके अलावा, कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि क्या असल स्ट्राइक से तीन दिन पहले एक पत्रकार (और उसके दोस्त) को बालाकोट शिविर में जवाबी हमले के बारे में पता था? यदि हां, तो इस बात की क्या गारंटी है कि उनके स्रोतों ने पाकिस्तान के साथ काम करने वाले जासूसों या मुखबिरों सहित अन्य लोगों के साथ भी जानकारी साझा नहीं की होगी? राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय निर्णय की जानकारी सरकार-समर्थक पत्रकार को कैसे मिली?
बता दें कि रिपब्लिक इंडिया के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी और बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच वाट्सऐप पर कथित चैट्स के 500 पन्नों के स्क्रीनशॉट्स सोशल मीडिया के जरिये सार्वजनिक हो जाने से हंगामा मच गया है।
500 से ज़्यादा पन्नों की कथित तौर पर अर्नब गोस्वामी की वाट्सऐप चैट को सबूत के तौर पर पेश किया गया है। वही वाट्सऐप चैट अब लीक हुई है और उसमें कई राज खुले हैं! वह वाट्सऐप चैट टीआरपी तैयार करने वाली एजेंसी के तत्कालीन प्रमुख पार्थो दासगुप्ता और रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी के बीच बतायी जा रही है। मुंबई पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट तीन दिन पहले ही दाखिल की है।
कथित चैट्स में अर्नब को दूसरी चैनलों के कई वरिष्ठ पत्रकारों पर भी अपमानजनक टिप्पणी करते बताया गया है। अभीजित दिपके नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है, 'गोस्वामी की वाट्सऐप चैट लीक हो गयी। इसका डेटा 80 एमबी से अधिक है। ये कुछ स्क्रीनशॉट हैं जो पीएमओ से मदद माँगते हुए दिखाते हैं।'