राजा हरि सिंह ने अपनी रियासत के लिए विशेष अधिकार मांगे तो संविधान में एक अस्थायी अनुच्छेद 370 जोड़ा गया था। इस अनुच्छेद को अस्थायी रखा गया था ताकि भविष्य में इसे हटा सकें। 1954 में संविधान में संशोधन किए बिना सीधे राष्ट्रपति के आदेश से 35ए का प्रावधा
...
कांग्रेस और भाजपा के रवैये में यही फर्क है। भाजपा ने चुनाव से पहले कुछ भी किया हो, लेकिन चुनाव के ठीक पहले वह विनम्र होकर हर किस्म के गठजोड़ के मूड में है, बावजूद इसके कि उसका पलड़ा पहले से भारी है।
...
भारत मजबूत आर्थिक स्थिति के कारण युद्ध के भारी खर्चो को वहन करने की स्थिति में है। यही वह कारण है जिससे पाकिस्तान भारत के सामने घुटने टेकते हुए दिखाई दे रहा है। इसमें कोई दो मत नहीं है कि इस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दिवालिया जैसी स्थिति में है।
...
विगत 22 फरवरी को एकाएक भारी संख्या में जमात के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। इसके पहले जमात के खिलाफ ऐसी कार्रवाई कभी हुई ही नहीं। इसका परिणाम आना निश्चित है। ठीक इसी तरह की कार्रवाई हुर्रियत के खिलाफ भी हो।
...
कुछ मुकाबलों में औसत प्रदर्शन के कारण टीम में धोनी के स्थान को लेकर चर्चा चली, लेकिन धोनी तमाम सवालों का जवाब अपने प्रदर्शन से ही देने में विश्वास करते हैं।
...
अरविन्द केजरीवाल की राजनीति की बुनियाद ही कांग्रेस विरोध पर खड़ी हुई थी लेकिन उन्होंने समय बीतने के साथ इस पर राजनीतिक अवसरवादिता की नई मंजिल खड़ी कर ली है.
...
पुलवामा संहार के बाद किसी अन्य भारतीय की तरह आम मीडियाकर्मियों में भी देशभक्ति की लहर दौड़ने लगी थी। इसे यूं भी कह सकते हैं कि आक्रोश यह था कि पाकिस्तान समर्थित इस आतंकवाद का आखिर कब और किस तरह अंत होगा?
...
मुस्लिम राष्ट्रों के 57 सदस्यीय संगठन में भारत को इतना महत्व मिलने के पीछे भी भारत की एक कूटनीतिक कहानी है। इसका कारण भारत की आर्थिक क्षमता और नीति ही है।
...
यह ठीक है कि पुलवामा-कांड और भारत-पाक टकराव के बाद राम मंदिर का सवाल पीछे खिसक गया था। अब एक बार फिर अयोध्या-विवाद सारी राजनीति का केंद्रबिंदु बन जाएगा।
...