जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक अधिकारी को फोन पर बातचीत करना महंगा पड़ गया है। इस अधिकारी की हरकत को विधानसभा उपाध्यक्ष एमए गुरेजी ने गंभीरता से संज्ञान लिया और उनसे सदन से फौरन बाहर चले जाने को कह दिया। अधिकारियों की दीर्घा में इस अधिकारी को फोन पर बात करते देख गुरेजी ने कहा कि आप अपने घर या कार्यालय में नहीं हैं। सदन की गरिमा होती है और इसे बरकरार रखा जाना चाहिए। उन्होंने इस अधिकारी को तत्काल सदन से बाहर चले जाने का निर्देश दिया और कहा कि उनके आदेश का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। जम्मू-कश्मीर विधानसभा उपाध्यक्ष के आदेश के बाद यह अधिकारी सदन से बाहर चला गया। सदन में जब नेशनल कांफ्रेस की शमीमा फिरदौस बोल रही थीं, उसी समय यह अधिकारी मोबाइल फोन पर बात करने लग। सदन की गरिमा को बनाये रखने के लिए उठाये गए कदम हमेशा से प्रशंसात्मक माना गया गया है दर्शक दीर्घा में ही सही लेकिन सदन कार्यकाल के दौरान फ़ोन पर बात करने के कारण अधिकारी को सदन सी बहार जाना पड़ा।